आपका-अख्तर खान

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21 दिसंबर 2014

हर बार की तरह

हर बार की तरह
कल फिर जो तुमने
मुझ से
मिलने का वादा किया
में खुश तो हुआ
लेकिन यक़ीन था मुझे
एक बार फिर
किसी बहाने के नाम पर
मुझ से फिर धोखा होगा
आज देख लो
जो मेने सोचा व्ही हुआ
धोका धोका धोका
शायद यही मेरा नसीब है ,,अख्तर

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