आपका-अख्तर खान

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19 दिसंबर 2014

ऐसे में

यह रोज़ा
यह इबादत
यह नमाज़
किसी
काम की नहीं
दिल दुखाया किसी का
धोखा दिया किसी को
ऐसे में
कोई भी इबादत
किसी काम की नहीं ,,,,,,,,,,,,

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