आपका-अख्तर खान

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04 दिसंबर 2014

इसीलिए तो

इन खूबसूरत आँखों में
हुस्न तुम्हारा डूबा है
हम भी तो तैराक नहीं
जो इन झील सी आँखों में
तैरकर निकल पाते
इसीलिए तो
इन आँखों में डूबकर
तुम्हारे सिर्फ तुम्हारे
होकर मर जाना चाहते है

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