यह सियासी दुनिया भी अजीब है ,,,,यहा आदमी इंसान तो बनता नहीं ,,,,हिन्दू
और मुसलमान ,,ईसाई बनाने की होड़ लगी है ,,,इस सियासत से ज़रा यह तो पूंछो
जो हिन्दू है क्या वोह हिंदुत्व सनातन संस्कृति मर्यादाओं में चल रहे है
,,,,,जो मुसलमान है क्या वोह मुस्लिम विधि नियमों के तहत चल रहे है ,,केवल
मंदिर जाने से ,,केवल तिलक लगाने से हिन्दू हिन्दू नहीं होता ,,केवल नमाज़
पढ़ने से ,,दरगाहों में चादर चढ़ाने से कोई व्यक्ति मुसलमान नहीं होता उसका
आचरण ,,अड़ोसी पड़ोसी के लोगों के साथ कैसा है ,,,,इसी से उसके धर्म ,,,मज़हब
का अंदाजा होता है ,,सियासत और धर्म दोनों अलग अलग है फिर भी देखिये ना
लालच देकर ,,डरा धमका कर जो मज़हब बदलने का तांडव चालु है वोह इंसान के साथ
भी धोखा है और ईश्वर ,, अल्लाह के साथ भी धोखा है ,,,अख्तर खान अकेला कोटा
राजस्थान
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