फाइल फोटो: कार का चालान करता ट्रैफिक पुलिसकर्मी।
नई दिल्ली. अगर आपके पास 15 साल से ज्यादा पुरानी गाड़ी है और
आप दिल्ली में रहते हैं तो आपके लिए बुरी खबर है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल
(एनजीटी) ने ऐसे पेट्रोल और डीजल वाहनों पर रोक लगा दी है। इस फैसले के
चलते 10 लाख से ज्यादा गाड़ियां दिल्ली की सड़कों से बाहर हो जाएंगी। ये
फैसला दिल्ली में लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण को कम करने के लिए लिया है।
साथ ही इससे दिल्ली में पार्किंग से जुड़ी समस्याएं भी कम होंगी।
एनजीटी चेयरपर्सन स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली जस्टिस डी. के.
अग्रवाल और जस्टिस ए. आर. यूसूफ की बेंच ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को
लेकर वर्धमान कौशिक की ओर से जारी याचिका पर 14 अहम फैसले सुनाए हैं।
पुराने वाहनों को दिल्ली की सड़कों से बाहर करने का फैसला इनमें से एक है।
ये है ट्रिब्यूनल का ऑर्डर
एनजीटी ने अपने फैसले में कहा है कि 15 साल से पुराने वाहन अगर दिल्ली
की सड़कों पर चलते पाए गए तो उन्हें मोटर व्हीकल एक्ट के तहत सीज किया
जाए। सार्वजनिक जगहों पर ऐसे पुराने वाहन खड़े भी रहें तो संबंधित अथॉरिटी
को इन्हें जब्त करने व चालान करने का अधिकार होगा। एनजीटी ने आरटीओ विभाग
से ऐसे वाहनों के रजिस्ट्रेशन रिन्यू नहीं करने और इन्हें फिटनेस
सर्टिफिकेट भी नहीं देने के लिए कहा है।
फैसले का असर
एनजीटी के इस फैसले से नई कारों की डिमांड में तेजी आएगी। जो लोग पहले
15 साल से ज्यादा पुरानी कारों का इस्तेमाल कर रहे थे उन्हें इस रोक के
बाद नई कारों की ओर रुख करना होगा। वहीं, कई लोग 15 साल से ज्यादा पुरानी
कारों को खरीद दिल्ली के बाहर की सड़कों पर चलेंगे। दोनों ही स्थितियों में
नई और सेकंड हैंड कारों की बिक्री में इजाफा होगा। दिलचस्प है कि इस साल
नई और सेकंड हैंड कारों की बिक्री बराबर रहने की उम्मीद जताई गई है। एक
अनुमान के मुताबिक, दोनों तरह की ढाई-ढाई लाख कारें बिक्री होने का उम्मीद
है।
बाजार में नए और पुराने वाहन का बिक्री अनुपात है 1:3
देश की सबसे बड़ी कार ऑटोमोबाइल कंपनियां, जिसमें मारुति
सुजुकी, टोयोटा किर्लोस्कर और महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अपने यूज्ड-कार
कारोबार में अच्छी वृद्धि दर्ज की है। बाजार में नए पैसेंजर व्हीकल और
यूज्ड पैसेंजर व्हीकल का सेल्स रेशियो 1:3 है। वहीं, यूज्ड व्हीकल को पहली
बार खरीदने जा रहे बायर्स की संख्या 2014 में बढ़कर 17 फीसदी हो गई, जो
2011 में केवल 4 फीसदी थी। देश में पैसेंजर व्हीकल की बिक्री 2013 में 11
वर्षों में पहली बार गिरी थी और इस वर्ष भी इसके फ्लैट रहने की उम्मीद है।
मारुति सुजुकी इंडिया का यूज्ड कार बिजनेस बढ़ा
देश की सबसे बड़ी यात्री कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया का
यूज्ड कार बिजनेस ट्रू वैल्यू मौजूदा वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में 36
फीसदी बढ़ा है। टोयोटा की यूज्ड कार डिवीजन यू ट्रस्ट पिछले कुछ वर्षों से
20 फीसदी की वृद्धि कर रही है। टोयोटा किर्लोस्कर के सीनियर वाइस
प्रेसीडेंट एंड डायरेक्टर (सेल्स एंड मार्केटिंग) एन राजा ने कहा कि
कस्टमर्स एक विकल्प के तौर पर यूज्ड व्हीकल पर जरूर विचार करते हैं और
पिछले कुछ समय में यह ट्रेंड बढ़ा है। वहीं, एमएंडएम का यूज्ड कार बिजनेस
फर्स्ट च्वॉइस नई कार की सेल्स के मुकाबले चार गुना बढ़ रहा है। अभी
एंट्री-लेवल कार खरीदने वाले ज्यादातर लोग ही सेकंड हैंड कारें खरीद रहे
हैं।
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