आपका-अख्तर खान

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20 अक्तूबर 2014

कितना फ़र्क़ है

कितना फ़र्क़ है एक मासूम का अपहरण फिर उसकी हत्या कोटा उद्धेलित हो गया ,,,,एक महिला मेले में स्वस्थ अपने घूमने परिजनों के साथ गयी पुलिस कर्मियों ने डंडा मारा महिला अस्पताल में मर गयी ,,शहर खामोश हो गया ,,कितना फ़र्क़ है इस शहर के जज़्बात में ,,कितना फ़र्क़ है इस शहर के आंसुओं में ,,कितना फ़र्क़ है इस शहर की सियासत में ,,कितना फ़र्क़ है इस शहर के समाजसेवियों में ,,कितना फ़र्क़ है इस शहर के चिरागों के बुझने के बाद के हालातों में ,,,कितना फ़र्क़ है इस शहर के रणभेरियों में ,,कितना फ़र्क़ है दोनों की मोत में ,,मोत इधर भी हुई ,,मोत उधर भी हुई ,,,फिर यह फ़र्क़ केसा और क्यों है ,,इस शहर की साँसों में यह फ़र्क़ क्यों है मुझे समझ नहीं आया ,,मुझे समझ नहीं आया ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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