नई दिल्ली
नरेंद्र मोदी सरकार के लिए एक मंत्री की वजह से शर्मिंगदी की स्थिति पैदा हो गई है। आर्म्ड फोर्सेज ट्राइब्यूनल (एएफटी) ने कहा है कि पूर्व आर्मी चीफ और वर्तमान में स्वतंत्र प्रभार के राज्यमंत्री वी. के. सिंह ने नियम का उल्लंघन करते हुए मिलिटरी कोर्ट को अपने हिसाब से प्रभावित किया। एएफटी ने कहा कि उन्होंने बदले की भावना से सीनियर ऑफिसरों को प्रताड़ित कर इंडियन आर्मी की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाई है।
लेफ्टिनेंट जनरल पी. के. रथ को कोर्ट मार्शल से मुक्त कर दिया गया है। वह 33वीं कोर में तैनात थे। एएफटी ने सम्मान को चोट पहुंचाने के एवज में इन्हें इंडियन आर्मी को 1 लाख रुपये देने का निर्देश दिया है। एएफटी ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा, 'याचिकाकर्ता को अनुचित प्रताड़ना का सामना करना पड़ा है। इस वजह से सम्मान को काफी चोट पहुंची है। इंसाफ का जिस तरह से मजाक उड़ाया गया उसकी भारपाई नहीं की जा सकती।'
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