पटना. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने चौंकाने वाला बयान दिया
है। उन्होंने कहा कि मधुबनी के एक मंदिर में उनके पूजा करने के बाद मंदिर
की मूर्ति धुलवाई गई थी। रविवार को यहां पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान
शास्त्री की जयंती समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे आज भी दलित समझा
जाता है। दलित समाज जातियों में बंटने की बजाए एकजुट रहें। मुख्यमंत्री ने
कहा-मेरे पूजा करने के बाद मूर्ति धुलवाने की बात मुझे खान मंत्री रामलषण
राम रमण ने बताई थी। मैंने इस घटना को खुद देखा नहीं है। मैं वही कह रहा
हूं जो मुझे रमण ने बताई थी। मुझे घटना से बहुत दुख हुआ।
अनुसूचित जाति में जन्म लेना मेरा कसूर बन गया है। कोई दलित तो मेरा
पैर नहीं छूता है। हद तो यह है कि मेरे पास काम कराने आने वालों को मेरे
पैर छूने में दिक्कत नहीं होती है, लेकिन उसके मन में क्या रहता है, वह तो
मधुबनी की घटना से ही पता चल गया। सोचिए आज भी हम कहां खड़े हैं? हम
जातिवाद में घिर गए हैं। देश को एक रखने के लिए अंतरजातीय विवाह
को बढ़ावा देने की जरूरत है। हालांकि रमण ने इससे इंकार किया कि उन्होंने
पूजा करने के बाद मंदिर को धुलवाने की बात मुख्यमंत्री को बताई थी।
अफसर करते हैं मेरा विरोध
मुख्यमंत्री ने कहा-मैंने कल ही एमबीबीएस में एससी/एसटी व विकलांग
कोटे के छात्रों को बड़ी राहत दी है। कट ऑफ प्रतिशत को कम कर 59 बच्चों के
मेडिकल में दाखिले का मार्ग प्रशस्त किया है। अफसरों को यह बात अच्छी नहीं
लगी, तो मैंने उनसे कहा कि फाइल में यही लिख दो कि जीतन राम मांझी ऐसा
चाहता है।
जदयू ने किया घटना से इंकार
जदयू ने मुख्यमंत्री द्वारा लगाए गए आरोपों से इंकार किया है। पार्टी
के एमएलसी विनोद सिंह ने कहा कि मूर्ति को धुलवाने जैसी कोई घटना नहीं हुई
थी। मुख्यमंत्री 18 अगस्त को अंधराठाढ़ी के परमेश्वरी मंदिर में पूजा करने
गए थे। रमण तो वहां थे भी नहीं। मंदिर में मैं और ग्रामीण विकास मंत्री
नीतीश मिश्रा थे। रमण को किसी व्यक्ति ने गलत जानकारी दी होगी। लेकिन
उन्हें मुख्यमंत्री को बताने की बजाए इसकी जांच करानी चाहिए थी। मैं
दुर्गापूजा के बाद पटना आने पर मुख्यमंत्री को सच्चाई से अवगत कराऊंगा।
नीतीश को आई बुद्धि तो मुझे सीएम बना दिया
मांझी ने कहा-मुझे कुर्सी जाने की परवाह नहीं है। मान कर चल रहा हूं
कि मेरी सरकार 10 माह के लिए है। कभी सीएम बनने की सोची भी नहीं थी। वह तो
नीतीश कुमार को बुद्धि आई तो मुझे सीएम बना दिया।
50 लाख तक के टेंडर में एससी/एसटी को आरक्षण
सीएम बोले- 50 लाख तक के टेंडर में एससी/एसटी को आरक्षण दिए जाने पर विचार हो रहा है।
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