आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

23 सितंबर 2014

लिखना ये मुस्कान

रोते होटों पे लिखना ये मुस्कान सुहानी जादू है
वो दर्द लिखे तो ले आये आँखों में पानी जादू है

अपनी शैली में सम्मोहन पाले शब्दों का जादूगर
आवाज नशीली गीत सुरीले और रवानी जादू है

खुद उसकी बाहें थाम उजाले आया जाया करते हैं
कागज़ पे सूरज लिखदेना उसका नूरानी जादू है

मजबूत यकीन गुलों का वो दमसाज चमन का होता है
मौसम की धार बदलता है लिख के मनमानी जादू है

खुद्दार कलम मुस्तैद सुखन ले कोरा सच लिखने वाला
वो जोश जूनून अदा तेवर बेबाक बयानी जादू है
** KAPIL MANI THE MUCKTALIF **

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...