आपका-अख्तर खान

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13 सितंबर 2014

कफ़न उड़ा दिया है लोगों ने

लो मेरी आखरी रस्म
आखरी मुंह दिखाई है
कफ़न उड़ा दिया है लोगों ने
गहवारा बिछा दिया है लोगों ने
देखना चाहो तो देख लो
फिर ना कहना
यह उदास
यह गुमसुम
यह मासूम
यह मोहब्बत बाँटने वाला
यह प्यार करने वाला चेहरा
हम देख न सके ,,अख्तर

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