फोटो : महाराष्ट्र सदन में मुस्लिम कैटरिंग कर्मचारी के मुंह में रोटी ठूंसते शिवसेना सांसद रंजन विचारे।
नई दिल्ली। शिवसेना सांसदों द्वारा रोजे के दौरान एक मुस्लिम कैटरिंग कर्मचारी को महाराष्ट्र सदन में (देखें सदन की तस्वीरें) जबर्दस्ती रोटी खिलाए जाने का वीडियो (देखें वीडियो) सामने आया है। वीडियो में शिवसेना सांसद राजन विचारे कर्मचारी के मुंह में रोटी ठूंसते दिखाई दे रहे हैं।
सांसद ने मांगी माफी
मुसलमान कैंटीन स्टाफ को जबरदस्ती रोटी खिलाने के लिए आलोचना के
केंद्र में आए शिवसेना सांसद ने कहा, 'अगर उनके इस कृत्य से धार्मिक
भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं माफी मांगता हूं। मुझे नहीं पता था कि वह
मुसलमान है। मैं तो बस इस बात को उठाना चाह रहा था कि खाने की क्वालिटी
खराब है। महाराष्ट्र सदन में परोसे जाने वाला खाना इंसानों के खाने लायक
नहीं है।'
संसद में हंगामा
इस मसले पर बुधवार को संसद के दोनों सदनों में भी जबरदस्त हंगामा हुआ
और कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा में इस मुद्दे पर ऑल
इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन के सांसद असदुद्दीन ओवैसी और भाजपा
सांसद रमेश बिधूड़ी के बीच तीखी बहस हुई। सदन में मौजूद बाकी सदस्यों ने
उन्हें किसी तरह शांत कराया। इस मामले में तमाम पार्टियों के नेताओं के
अलावा मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी सांसदों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
की है। भाजपा के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी सांसदों के इस कृत्य
को गलत बताया है।
वीडियो सामने आया
रिपोर्टों में कहा गया कि सांसदों को पता था कि कर्मचारी मुस्लिम है,
इसके बावजूद उसके साथ ऐसा किया गया। हालांकि, सांसदों का कहना है कि
उन्हें पता नहीं था कि कर्मचारी किस धर्म का है।
मुस्लिम धर्मगुरु ने की कार्रवाई की मांग
मुस्लिम धर्मगुरु खालिद रशीद फिरंगी ने कहा कि वह इस घटना की पुरजोर निंदा करते हैं और दोषी सांसदों के खिलाफ कानून के दायरे में सख्त सजा की मांग करते हैं।
मुस्लिम धर्मगुरु खालिद रशीद फिरंगी ने कहा कि वह इस घटना की पुरजोर निंदा करते हैं और दोषी सांसदों के खिलाफ कानून के दायरे में सख्त सजा की मांग करते हैं।
पार्टियों ने खोला मोर्चा
मामला सामने आने के बाद तमाम पार्टियों के नेताओं ने शिवसेना सांसदों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। किस पार्टी के नेता ने क्या कहा, पढ़ें:
सांसदों को इस घटना पर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। इस तरह की हरकतों को स्वीकार नहीं किया जा सकता- कांग्रेसी नेता मनीष तिवारी।
अगर इन आरोपों में कोई सच्चाई है तो सरकार को तुरंत सख्त कार्रवाई करते हुए सांसदों को अरेस्ट करना चाहिए- बसपा सुप्रीमो मायावती।
यह संविधान और धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ है। ऐसा करने वाले सांसदों की सदस्यता खत्म कर दी जानी चाहिए- कांग्रेस नेता राशिद अल्वी।
शिवसेना एक गैर-जिम्मेदार पार्टी है। हमेशा से यह असामाजिक तत्वों का ग्रुप रही है- एनसीपी नेता तारिक अनवर।
यह बिल्कुल गलत है। जो इस मामले को धार्मिक रंग दे रहे हैं, उन्हें सबक सिखाया जाना चाहिए- शिवसेना सांसद संजय राउत।
इस मामले की जांच होनी चाहिए और ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए- एनसीपी नेता माजिद मेमन।
मामला सामने आने के बाद तमाम पार्टियों के नेताओं ने शिवसेना सांसदों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। किस पार्टी के नेता ने क्या कहा, पढ़ें:
सांसदों को इस घटना पर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। इस तरह की हरकतों को स्वीकार नहीं किया जा सकता- कांग्रेसी नेता मनीष तिवारी।
अगर इन आरोपों में कोई सच्चाई है तो सरकार को तुरंत सख्त कार्रवाई करते हुए सांसदों को अरेस्ट करना चाहिए- बसपा सुप्रीमो मायावती।
यह संविधान और धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ है। ऐसा करने वाले सांसदों की सदस्यता खत्म कर दी जानी चाहिए- कांग्रेस नेता राशिद अल्वी।
शिवसेना एक गैर-जिम्मेदार पार्टी है। हमेशा से यह असामाजिक तत्वों का ग्रुप रही है- एनसीपी नेता तारिक अनवर।
यह बिल्कुल गलत है। जो इस मामले को धार्मिक रंग दे रहे हैं, उन्हें सबक सिखाया जाना चाहिए- शिवसेना सांसद संजय राउत।
इस मामले की जांच होनी चाहिए और ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए- एनसीपी नेता माजिद मेमन।
क्या है पूरा मामला?
शिवसेना के 11 सांसदों पर आरोप है कि उन्होंने महाराष्ट्र सदन में परोसे जाने वाले खाने से नाराज होकर रोजा रखे कैटरिंग सुपरवाइजर अरशद जुबैर को रोटी खाने के लिए मजबूर किया। वाकया 17 जुलाई का है। इस घटना के कुछ ही घंटे बाद सांसदों के बर्ताव के विरोध में कैटरिंग का जिम्मा संभाल रही आईआरसीटीसी ने सदन में अपनी सेवाएं बंद कर दीं। आईआरसीटीसी ने महाराष्ट्र के रेजिडेंट कमिश्नर से लिखित में शिकायत की है कि धार्मिक भावनाएं आहत होने से हमारे कर्मचारी अरशद जुबैर को काफी दुख पहुंचा है।
रेजिडेंट कमिश्नर बिपिन मल्लिक को 17 जुलाई को भेजे गए ई-मेल में आईआरसीटीसी के डिप्टी जीएम शंकर मल्होत्रा ने लिखा, 'आज 12-15 सांसदों की नए महाराष्ट्र सदन के प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल में मीटिंग थी। यहां वे सदन में इलेक्ट्रिकल, सिविल, हाउसकीपिंग और कैटरिंग आदि सेवाओं के बारे में शिकायत कर रहे थे।'
मल्होत्रा का कहना है, 'पूरा डेलिगेशन सदन के पब्लिक डाइनिंग हॉल में गया और खाने के सामान को फेंकना शुरू कर दिया। सांसदों ने वहां मौजूद किचन स्टाफ के साथ अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया और उन्हें धमकी भी दी। अरशद के साथ तो सांसदों ने हद ही कर दी। रोजे पर होने के बावजूद उन्हें जबरदस्ती चपाती खिला दी गई।'
शिवसेना के 11 सांसदों पर आरोप है कि उन्होंने महाराष्ट्र सदन में परोसे जाने वाले खाने से नाराज होकर रोजा रखे कैटरिंग सुपरवाइजर अरशद जुबैर को रोटी खाने के लिए मजबूर किया। वाकया 17 जुलाई का है। इस घटना के कुछ ही घंटे बाद सांसदों के बर्ताव के विरोध में कैटरिंग का जिम्मा संभाल रही आईआरसीटीसी ने सदन में अपनी सेवाएं बंद कर दीं। आईआरसीटीसी ने महाराष्ट्र के रेजिडेंट कमिश्नर से लिखित में शिकायत की है कि धार्मिक भावनाएं आहत होने से हमारे कर्मचारी अरशद जुबैर को काफी दुख पहुंचा है।
रेजिडेंट कमिश्नर बिपिन मल्लिक को 17 जुलाई को भेजे गए ई-मेल में आईआरसीटीसी के डिप्टी जीएम शंकर मल्होत्रा ने लिखा, 'आज 12-15 सांसदों की नए महाराष्ट्र सदन के प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल में मीटिंग थी। यहां वे सदन में इलेक्ट्रिकल, सिविल, हाउसकीपिंग और कैटरिंग आदि सेवाओं के बारे में शिकायत कर रहे थे।'
मल्होत्रा का कहना है, 'पूरा डेलिगेशन सदन के पब्लिक डाइनिंग हॉल में गया और खाने के सामान को फेंकना शुरू कर दिया। सांसदों ने वहां मौजूद किचन स्टाफ के साथ अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया और उन्हें धमकी भी दी। अरशद के साथ तो सांसदों ने हद ही कर दी। रोजे पर होने के बावजूद उन्हें जबरदस्ती चपाती खिला दी गई।'
इन सांसदों पर है आरोप
शिवसेना के जिन 11 सांसदों पर आरोप है उनमें संजय राउत (राज्यसभा), आनंदराव अडसुल (अमरावती), राजन विचारे (ठाणे), अरविंद सावंत (दक्षिण मुंबई), हेमंत गोडसे (नासिक), कृपाल तुमाने (रामटेक), रवींद्र गायकवाड़ (उस्मानाबाद), विनायक राउत (रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग), शिवाजी पाटिल (शिरूर), राहुल शेवाले (दक्षिण-मध्य मुंबई) और श्रीकांत शिंदे (कल्याण) शामिल हैं।
शिवसेना के जिन 11 सांसदों पर आरोप है उनमें संजय राउत (राज्यसभा), आनंदराव अडसुल (अमरावती), राजन विचारे (ठाणे), अरविंद सावंत (दक्षिण मुंबई), हेमंत गोडसे (नासिक), कृपाल तुमाने (रामटेक), रवींद्र गायकवाड़ (उस्मानाबाद), विनायक राउत (रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग), शिवाजी पाटिल (शिरूर), राहुल शेवाले (दक्षिण-मध्य मुंबई) और श्रीकांत शिंदे (कल्याण) शामिल हैं।
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