आपका-अख्तर खान

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26 जुलाई 2014

सुन ऐ मेरे दिल

तू इतना खुश क्यों है
सुन ऐ मेरे दिल
अभी सिर्फ मौसम सुहावना हुआ है
देख ले वोह तो
अभी भी नहीं बदले
ना सुबह बात की
ना शाम को बात की
देख ले ,,याद जितना चाहे उन्हें करता रहे
ऐ दिल चाहे जितना
उनके लिए धड़कता रहे
लेकिन मौसम बदला है
वोह अभी भी नहीं बदले
काश ऐसा मोजज़ा हो जाए
इस सुहावने मौसम की तरह
वोह भी बदल जाए
उनकी याद में खोया हुआ में रहूँ
वोह आकर मुझ से लिपट जाए
बढ़े प्यार से कहे
लो तुमने याद किया
और हम आ गए
बस इतना कहकर
वोह खिलखिलाए और फिर
मेरी बाहों में आधार से झूल जाए ,,,,,अख्तर

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