खुदा
का शुक्र है के भाई नरेंदर मोदी सत्ता में आये और उनके सत्ता में आने से
प्रधानमंत्री भवन में रोज़ा इफ्तार की दावत के नाम पर रोजेदारों को जो
अपमानित किया जाकर इस्लाम का मज़ाक उड़ाया जाता था उस पर रोक लग गयी ,,अब
प्रधानमंत्री भवन में कमसे कम नरेंदर मोदी राष्ट्रवादी के रहते तो रोज़ा
इफ्तार नहीं होगा ,,,,,रोज़ेदार जो सियासी लोग होते है ,,जो मौक़ापरस्त होते
है ,,जो मज़हब के सौदेबाज ठेकेदार होते है ,,वोह रोज़ा
रखे या ना रखे ,,वोह नमाज़ पढ़े या न पढ़े लेकिन उन्हें सरकारी रोज़ा इफ्तारों
का तमाशा ज़रूर करना पढ़ता था ,,,जो बेचारे रोज़दार मजबूर थे वोह दिखावे के
तोर पर अपनी जेब में खुद की पिंड खजूर लेकर जाते देखे जाते थे ,,,,,यानी
वोह घर पर रोज़ा इफ्तार नहीं करते केवल शक्ल दिखाने के लिए अपने दिन भर का
रोज़ा दिन भर की इबादत केवल सियासी चालबाज़ी के कारन न्योछावर करके खराब करते
है ,,,नरेंद्र मोदी के हम शुक्रगुज़ार है जो इन्होने सरकारी खज़ाने से हराम
का माल खाकर रोज़ा इफ्तार की बुराई को जड़ से खत्म कर दिया ताके कई लोगों के
रोज़े अब ज़िंदा रह सकेंगे ,,बधाई नरेदंर मोदी जी को एक बार फिर
बधाई,,,,,,,,,,,,,,,,
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