फाइल फोटो: द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती।
सिवनी। साईं पूजा का विरोध कर रहे शंकराचार्य स्वामी
स्वरूपानंद सरस्वती ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने साईं
को 'वेश्या पुत्र' बताया है। शंकराचार्य का कहना है कि इस बारे में
इंटरनेट पर जानकारी मौजूद है। सरस्वती ने साईं भक्तों को भी आड़े हाथ
लिया है और उन्हें संक्रामक बीमारी की तरह बताया है। इससे पहले वह साईं को
मांसाहारी, लुटेरा आदि बता चुके हैं।
साईं को बताया वेश्या पुत्र
मध्य प्रदेश के सिवनी में शंकराचार्य ने पत्रकारों से कहा, 'इंटरनेट में यह बताया गया है कि पिंडारी बहरुद्दीन, जो अफगानिस्तान का रहने वाला था, वह अहमदनगर आया और एक वेश्या के यहां रहा। वहीं ये चांद मियां पैदा हुए, जो शिरडी का साईं बाबा है। इंटरनेट पर तो यही दिखा रहा है, आप खुद देख लीजिए।'
मध्य प्रदेश के सिवनी में शंकराचार्य ने पत्रकारों से कहा, 'इंटरनेट में यह बताया गया है कि पिंडारी बहरुद्दीन, जो अफगानिस्तान का रहने वाला था, वह अहमदनगर आया और एक वेश्या के यहां रहा। वहीं ये चांद मियां पैदा हुए, जो शिरडी का साईं बाबा है। इंटरनेट पर तो यही दिखा रहा है, आप खुद देख लीजिए।'
शंकराचार्य बोले- साईं भक्त संक्रामक बीमारी की तरह
साईं के खिलाफ विवादित बयान देने के अलावा शंकराचार्य ने उनके भक्तों पर भी निशाना साधा और उन्हें संक्रामक बीमारी की तरह बताया। शंकराचार्य ने कहा, 'हिंदू तो हिंदू रहेगा, चाहे वो किसी का भी भक्त हो। आखिर वो दिखाएगा कि वह हिंदू है। हम लोग जो बात कह रहे हैं, वह दूसरी दृष्टि से कह रहे हैं। जब संक्रमण से आंखें लाल हो जाती हैं तो लोग सलाह देते हैं कि यह संक्रामक रोग है, दूर रहो। वैसे ही ये (साईं भक्त) संक्रामक रोग की तरह फैल रहे हैं। किसी भी व्यक्ति को जरा-सी भी तकलीफ होती है, वह साईं बाबा की शरण में चला जाता है।'
साईं के खिलाफ विवादित बयान देने के अलावा शंकराचार्य ने उनके भक्तों पर भी निशाना साधा और उन्हें संक्रामक बीमारी की तरह बताया। शंकराचार्य ने कहा, 'हिंदू तो हिंदू रहेगा, चाहे वो किसी का भी भक्त हो। आखिर वो दिखाएगा कि वह हिंदू है। हम लोग जो बात कह रहे हैं, वह दूसरी दृष्टि से कह रहे हैं। जब संक्रमण से आंखें लाल हो जाती हैं तो लोग सलाह देते हैं कि यह संक्रामक रोग है, दूर रहो। वैसे ही ये (साईं भक्त) संक्रामक रोग की तरह फैल रहे हैं। किसी भी व्यक्ति को जरा-सी भी तकलीफ होती है, वह साईं बाबा की शरण में चला जाता है।'
सार्इं भक्तों पर लगाया ठगी का आरोप
स्वरूपानंद सरस्वती से जब पूछा गया कि वह अचानक से साईं पूजा का विरोध क्यों कर रहे हैं और कहीं इसके पीछे जलन तो वजह नहीं है तो उन्होंने कहा, साईं के भक्त हिंदू धर्म के अनुयायियों को ठग रहे हैं, जो आपत्तिजनक है। हमें उनसे जलन तो नहीं, लेकिन आपत्ति है। आज जो साईं भक्त हैं, वे साईं को विराट रूप में दिखा रहे हैं। कहीं बांसुरी बजाते दिखा रहे हैं, कहीं शेषनाग के रूप में दिखा रहे हैं तो कहीं अवतार के रूप में दिखा रहे हैं। ऐसा करके हिंदू धर्म के अनुयायियों को ठगा जा रहा है।'
स्वरूपानंद सरस्वती से जब पूछा गया कि वह अचानक से साईं पूजा का विरोध क्यों कर रहे हैं और कहीं इसके पीछे जलन तो वजह नहीं है तो उन्होंने कहा, साईं के भक्त हिंदू धर्म के अनुयायियों को ठग रहे हैं, जो आपत्तिजनक है। हमें उनसे जलन तो नहीं, लेकिन आपत्ति है। आज जो साईं भक्त हैं, वे साईं को विराट रूप में दिखा रहे हैं। कहीं बांसुरी बजाते दिखा रहे हैं, कहीं शेषनाग के रूप में दिखा रहे हैं तो कहीं अवतार के रूप में दिखा रहे हैं। ऐसा करके हिंदू धर्म के अनुयायियों को ठगा जा रहा है।'
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)