नई दिल्ली. शुक्रवार को नरेंद्र मोदी को सुप्रीम कोर्ट से भले ही राहत मिल गई हो, लेकिन कांग्रेस ने उनकी परेशानी बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। वडोदारा सीट पर उनके प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार कांग्रेस के मधुसूदन मिस्त्री ने उन्हें कोर्ट में घसीटने की बात की, तो राहुल गांधी ने भी उन पर जुबानी हमले किए। कांग्रेस पार्टी ने भी अपनी वेबसाइट पर अटल बिहारी वाजपेयी का सहारा लेकर मोदी को निशाना बनाया।
चुनावी सरगर्मी तेज
होने के साथ-साथ बीजेपी और कांग्रेस के बीच जंग भी तेज होती जा रही है। एक
तरफ राहुल गांधी और कांग्रेस ने पतिधर्म और राजधर्म को लेकर नरेंद्र मोदी को निशाना बनाया तो उससे बौखलाई बीजेपी ने कहा कि अगर निजी बात उखाड़ेंगे तो हमारे पास नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक के सबूत हैं।
दरअसल, कांग्रेस ने जहां अपनी वेबसाइट पर अटल बिहारी वाजपेयी की एक
तस्वीर के जरिए मोदी के राजधर्म पर सवाल खड़े किए वहीं पार्टी उपाध्यक्ष
राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के डोडा में एक रैली के दौरान मोदी के पतिधर्म पर सवाल उठाए। राहुल ने कहा कि मोदी अब तक कितने ही चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्होंने अपनी पत्नी के बारे में जानकारी नहीं दी। आखिर उन्होंने अपनी शादी की बात छिपाई क्यों?
राहुल के इस सीधे हमले के बाद बीजेपी ने भी कांग्रेस उपाध्यक्ष
पर पलटवार किया। बीजेपी ने कहा कि मोदी ने कभी अपनी वैवाहिक स्थिति के
बारे में झूठ नहीं बोला, राहुल को ठीक से होमवर्क करना चाहिए। पार्टी ने
कहा कि राहुल मोदी के हलफनामे को ठीक से पढ़े क्योंकि मोदी ने कुछ भी झूठ
नहीं लिखा है।
मोदी द्वारा जशोदाबेन को अपनी पत्नी स्वीकार किए जाने के
बाद से ही उन पर हमले हो रहे हैं। हर किसी का यही सवाल है कि वडोदरा से
नामांकन भरने से पहले तक मोदी जशोदाबेन को अपनी पत्नी क्यों नहीं मानते
थे? क्यों वह पिछले चुनाव के दौरान हलफनामे में पत्नी के कॉलम को खाली
छोड़ देते थे? गौरतलब है कि वडोदरा से नामांकन दाखिल करते वक्त मोदी ने
पहली बार माना था कि जशोदाबेन उनकी पत्नी हैं।
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