आइजोल. लोकसभा चुनाव के ताजा चरण के तहत शुक्रवार को मिजोरम की एकमात्र सीट पर मतदान हुआ। मतदान के दौरान यहां जियोंघाका चाना नाम का एक शख्स वोटर्स और नेताओं के बीच चर्चा का केंद्र बना रहा। इसका कारण यह है कि चाना के 39 पत्नियां और पौत्र- पौत्रियों समेत 127 बच्चे हैं।
मिजोरम के बक्तवांग गांव के बाहरी इलाके में बने सौ कमरे के घर में
रहने वाला चाना का परिवार चुनाव के समय बेहद खास हो जाता है। कारण साफ है,
करीब सात लाख मतदाताओं वाली मिजोरम की सीट पर किसी भी उम्मीदवार के लिए इस
परिवार का समर्थन काफी अहम साबित हो जाता है। सत्तर वर्षीय चाना बताते हैं
कि इस सीट पर सौ वोट का मार्जिन किसी भी उम्मीदवार का पलड़ा भारी कर सकता
है। चाना की पत्नी रुक्मिणी का कहना है, 'हमारे 167 सदस्यों वाले परिवार के
वोटर्स एक ही उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करता है।'
कौन है चाना
चाना एक ऐसे आदिवासी कबीले के सरदार हैं जहां बहुविवाह प्रचलित है।
चाना जिस कबीले के सरदार हैं उसे 1930 में उनके दादा ने 1700 सदस्यों के
साथ स्थापित किया था। इनमें से ज्यादातर लोग लकड़ी का फर्नीचर या मिट्टी की
चीजें बनाने का काम करते हैं।
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