सिरोंज (विदिशा). एक युवक ने महिला नगर सैनिक की चाकू से गोदकर
हत्या करने के बाद खुद को चाकू मार लिया। सरकारी अस्पताल में प्राथमिक
चिकित्सा के बाद युवक को भोपाल रैफर कर दिया गया है। वह मुरवास गांव में बस
कंडक्टर है। मामला प्रेम प्रसंग का बताया जा रहा है।
शहर के अयोध्या बस्ती में रहने वाली रामबाई अहिरवार (40) रविवार दोपहर
में घर के पास किराने की दुकान पर सामान खरीदने गई थी। जब वह दुंकान से
सामान ले रही थी तभी मुरवास निवासी शाहिद खां (35) ने धारदार छुरी से
रामबाई पर हमला कर दिया। इसके बाद उसने रामबाई पर लगातार वार किए। आसपास
एकत्रित लोग कुछ समझते इसके पहले ही शाहिद ने खुद के पेट में भी लगातार
छुरी के लगातार वार किए। खुद पर किए गए लगातार वार की वजह से शाहिद की
आंतें बाहर आ गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक छुरी हाथ में लिए शाहिद ने किसी को भी
रामबाई के पास नहीं आने दिया। जबकि रामबाई मौके पर ही तडफ़ड़ाती रही। जब
शाहिद बेसुध हो गया तो लोगों ने रामबाई को पास स्थित राजीव गांधी स्मृति
चिकित्सालय पहुंचाया। अस्पताल पहुंचते ही रामबाई की मौत हो गई।
जानकारी मिलने पर सिरोंज पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे। उन्होने घटना
स्थल पर ही घायल पड़े शाहिद को भी राजीव गांधी स्मृति चिकित्सालय पहुंचाया।
यहां पर डाक्टर सुरेश अग्रवाल ने उसका प्राथमिक इलाज किया। अस्पताल
प्रबंधन द्वारा गंभीर स्थिति को देखते हुएं उसे भोपाल रेफर कर दिया गया।
इस दौरान मौके पर सिरोंज एसडीओपी के उपाध्याय तथा थाना प्रभारी दिनेश
प्रजापति भी पहुंच गए थे। उन्होने मौके पर ही शाहिद के बयान भी दर्ज किए।
पुलिस अधिकारी अयोध्या बस्ती में स्थित घटना स्थल पर भी पहुंचे तथा रामबाई
की बेटियों तथा प्रत्यक्षदर्शियों से बयान भी लिए।
उसने तीन महीने से बात करना बंद कर दिया था
घायल अवस्था में ही शाहिद ने जो बयान दिया है। उसके मुताबिक रामबाई और
उसके बीच चार-पांच साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। तीन-चार महीने से
रामबाई ने उससे बातचीत करना बंद कर दिया था। रामबाई सिरोंज थाने में नगर
सैनिक के रूप में पदस्थ थी।
शाहिद रोज थाने के सामने बैठकर उसका इंतजार करता लेकिन इस दौरान
रामबाई बाहर ही नहीं निकलती। उसके इस व्यवहार से परेशान शाहिद ने रविवार को
दोनो की जीवन लीला समाप्त करने का निर्णय ले लिया। दोपहर में छुरी लेकर वह
खुद अयोध्या बस्ती पहुंचा और पहले रामबाई पर हमला किया और फिर खुद को भी
छुरी मार ली।
रामबाई के चार और शाहिद के है पांच बच्चे
जानकारी के मुताबिक रामबाई का पति करोड़ीलाल होम गार्ड था। पति की मौत
के बाद अनुकंपा नियुक्ति के माध्यम से रामबाई होम गार्ड बनी थी। रामबाई के
चार बच्चे हैं। एक पुत्र जिसकी शादी हो चुकी है तथा तीन पुत्रियां भी है।
अस्पताल में उसकी बहू लक्ष्मी और तीनों बेटियां बिलखती हुई पहुंची। दूसरी
ओर मुरवास निवासी शाहिद मुरवास में ही स्टेंड कंडक्टर है। जानकारी के
मुताबिक उसके भी पांच बच्चे है। शाहिद मुरवास में अपने भाइयों और परिवार के
साथ ही रहता है।
सजगता काम आई
घटना की जानकारी लगते ही पूर्व अयोध्या बस्ती में रहने वाली पूर्व
पार्षद तथा कस्तूरबा गांधी समाज कल्याण समिति की अध्यक्ष बिलकिस जहां ने
सिरोंज पुलिस को मामले की जानकारी दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कशाहिद
काफी गुस्से में था तथा यदि पुलिस समय पर नहीं पहुंचती तो उसके हमले का
शिकार और लोग भी हो सकते थे।
मामले की जांच कर रहे है
मृतका रामबाई सिरोंज थाने में होम गार्ड थी। शाहिद के बयान के मुताबिक
मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ा है। वास्तविक स्थिति का पता जांच के बाद ही
लग सकेगा। प्रारंभिक कार्रवाई के बाद हम जांच कर रहे है।
दिनेश प्रजापति, थाना प्रभारी सिरोंज।
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