प्यार जताने का तुम्हारा यह अंदाज़
पहले मुस्कुराना ,,फिर गले लगाना
अपने हाथों से सीने में खंजर घोंप कर
सीने को यूँ लहूलुहान कर मुझे अकेला
सिर्फ अकेला छोड़ जाने का अंदाज़
उफ़ एक यादगार बन गया है
जो भुलाये नहीं भूल पा रहा हूँ
प्यार जताने का तुम्हारा यह अंदाज़
अनोखा अनूठा निराला है ,,,,,,,उफ़ उफ़ उफ़ ,,,,,
पहले मुस्कुराना ,,फिर गले लगाना
अपने हाथों से सीने में खंजर घोंप कर
सीने को यूँ लहूलुहान कर मुझे अकेला
सिर्फ अकेला छोड़ जाने का अंदाज़
उफ़ एक यादगार बन गया है
जो भुलाये नहीं भूल पा रहा हूँ
प्यार जताने का तुम्हारा यह अंदाज़
अनोखा अनूठा निराला है ,,,,,,,उफ़ उफ़ उफ़ ,,,,,
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