नई दिल्ली. बीजेपी के महासचिव वरुण गांधी और उनकी चचेरी बहन प्रियंका गांधी
के बीच जुबानी जंग छिड़ चुकी है। मंगलवार को सुल्तानपुर में पर्चा दाखिल
करने के बाद वरुण ने प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम लिए बिना उनकी बात का
जोरदार जवाब दिया। वरुण ने कहा, 'दस वर्ष की राजनीति में हमने कभी शालीनता
की लक्ष्मण रेखा नहीं पार की। मर्यादित राजनीति हमारा प्रयास रहा है।
दूसरों के सम्मान में ही अपना सम्मान हम समझते हैं। इन दिनों कुछ ऐसी बातें
सुनने में आई हैं। उस पर मैं इतना कहना चाहूंगा कोई भी मेरी शालीनता और
उदारता को कमजोरी न समझे।'
वरुण के इस पर प्रियंका का भी जवाब आते देर नहीं लगी। प्रियंका ने
अमेठी में प्रचार के दौरान वरुण के ताजे बयान पर कहा, 'यह परिवार की चाय
पार्टी नहीं बल्कि विचारधारा की लड़ाई है। इसका कोई मतलब नहीं है कि किसी
से मेरा खून का रिश्ता है। यदि कोई विचारधारा की रेखा पार करेगा तो मेरा
मानना है कि वह मेरे परिवार के साथ विश्वासघात कर रहा है।' प्रियंका ने आगे
कहा, 'मैं भाई का प्रचार करने नहीं आई हूं बल्कि विचारधारा की लड़ाई लड़ने
आई हूं। मेरे पिता ने देश के लिए जान दे दी। यदि मेरे पिता की शहादत को
मेरा बेटा भी नकारेगा तो नहीं छोड़ूंगी। वरुण ने जो किया वह विश्वासघात
है।'
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