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15 मार्च 2014

इतना बहा रक्त कि काला हो गया ये आम का पेड़, काटने पर निकलता था खून!

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पानीपत। पानीपत की जमीन पर तीन युद्ध लड़े गए थे, जो सन् 1526, सन् 1556 और सन् 1761 में लड़े गए। पानीपत का तीसरा युद्ध मराठों और मुगलों के बीच लड़ा गया था। मराठों की तरफ से सदाशिवराव भाऊ और मुगलों की ओर से अहमदशाह अब्दाली ने नेतृत्व किया था।
 
पानीपत की लड़ाइयों के बारे में सबने सुना ही है, लेकिन क्या इससे जुड़ी एक खास बात के बारे में आपने सुना है? क्या आपने सुना है उस पेड़ के बारे में जिसे काटने पर उसमें से खून निकलता था? नहीं सुना? आइए आपको बताते हैं उस पेड़ की कहानी जिसे काटने पर निकलता था खून-

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