भोपाल. मध्यप्रदेश के निमांड इलाके में एक मेला लगता है जहां
पान-गुलाल से ही जीवनसाथी चुन लिया जाता है। इसके बाद भागकर शादी कर ली
जाती है। दरअसल, होली पर्व के निकट ही झाबुआ, धार, बडवानी और अलिराजपुर में
उत्साह और उमंग से सराबोर जनजातीय वर्ग का प्रमुख मेला भगोरिया का अयोजन
होता है।
मान्यता के अनुसार युवक और युवतियां अपने मनपसंद जीवन साथी की तलाश के
लिए ही यहां आते हैं। वे पान खिलाकर अपने प्रेम का इजहार करते हैं और दिल
जीतने की कोशिश करते हैं। इन मेलों में आने वाले मौज-मस्ती का कोई भी मौका
हाथ से नहीं जाने देत। मेले में झूलों से लेकर आइस्क्रीम और गोलगप्पों का
बाजार सजा है।
मुकाम सिंह कहते हैं कि भगोरिया मेले को लेकर मान्यता है कि इस मौके
पर युवक-युवती एक दूसरे को पान खिला दें या एक दूसरे के गाल पर गुलाल लगा
दें तो मान लिया जाता है कि दोनों में प्रेम हो गया है। इतना ही नहीं वे
दोनों मौका पाकर भाग जाते हैं और विवाह बंधन में बंध जाते हैं। भागकर शादी
करने के कारण ही इस पर्व को भगोरिया पर्व कहा जाता है।
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