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08 मार्च 2014

कालिख पोतने वाले AAP कार्यकर्ता पर केस करने से योगेंद्र यादव का इनकार



नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शनिवार को एक पार्टी कार्यकर्ता ने काली स्याही से हमला कर दिया। जंतर- मंतर पर महिला दिवस को लेकर आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में 'आप' नेता योगेंद्र यादव के चेहरे पर एक शख्स ने कालिख पोत दी। योगेंद्र यादव उस समय प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहते थे। 'आप' समर्थकों ने कालिख पोतने वाले युवक को मौके पर ही पकड़ लिया और उसकी जमकर धुनाई की। हालांकि, बाद में पुलिस ने हमलावर शख्स को अपने कब्जे में ले लिया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। योगेंद्र यादव बाद में संसद मार्ग थाने गए और पुलिस से युवक को छोड़ देने की अपील की। यादव ने युवक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने से इनकार कर दिया। 
 
युवक ने लगाए 'भारत माता की जय' के नारे 
यादव के मुताबिक, स्याही फेंकने वाले शख्स ने 'भारत माता की जय' का नारा लगाया और उनके चेहरे पर स्याही पोत कर भाग गया। इस हमले के बाद योगेंद्र यादव ने स्याही फेंकने वाले शख्स को पहचानने से भी इंकार कर दिया।
 
मीडिया से बात करते हुए योगेंद्र यादव ने कहा, 'आप सब देख रहे हैं क्या हुआ, मैं तो उस  व्यक्ति का चेहरा भी नहीं देख पाया। जब आप बडी़ ताकतों के खिलाफ खड़े होते हैं तो आपको इतनी कीमत तो चुकानी ही पड़ती है। भगवान उस आदमी को सदबुद्धि दे।'
 
'आप' कार्यकर्ता है युवक
योगेंद्र यादव के चेहरे पर स्याही पोतने वाले शख्स ने पुलिस के सामने खुद को आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता बताया है। युवक का नाम सागर भंडारी बताया जा रहा है। घाटल शख्स को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है। योगेंद्र यादव के मुताबिक, दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत के बाद ही यह शख्स सदस्य बना था। लेकिन, पिछले कई महीनों से कहां था, यह पता नहीं है।
 
'आप' नेताओं पर पहले भी हो चुकी है कालिख से हमला 
यह पहला मौका नहीं है जब आम आदमी पार्टी के नेताओं को कालिख हमले का शिकार होना पड़ा हो। योगेंद्र यादव से पहले पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के चेहरे पर स्याही फेंकी जा चुकी है। इससे पहले प्रशांत भूषण के चेहरे पर भी स्याही फेंकी गई थी। 
 
मीडिया अटेंशन या विरोध?
नेताओं पर स्याही या जूता फेंककर विरोध जताने का यह तरीका लगातार बढ़ रहा है। विरोध के इस तरीके को लेकर हर ओर आलोचना तो हो रही ही रही है, साथ ही यह भी सवाल उठना लगे हैं कि क्या सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए लोग ऐसे तरीकों के सहारा ले रहे हैं?
दरअसल, स्याही या जूता ज्यादातर ऐसे मौकों पर फेंके गए हैं जब मीडिया की मौजूदगी घटना स्थल पर हो। ऐसे इस बात की प्रबल संभावना हैं कि यह सब कुछ मीडिया अटेंशन पाने के लिए किया जाता है। 
 
बीजेपी- कांग्रेस ने की निंदा
बीजेपी नेता नलिन कोहली ने विरोध के इस तरीके की निंदा की है। 
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह तरीका सही नहीं है मैं इसकी निंदा करता हूं। 
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि स्याही फेंकना या जूता फेंकने जैसे विरोध के नए तरीके सही नहीं हैं। 
उधर, अहमदाबाद में रोड शो कर रहे आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा,  'जब आप सच्चाई के रास्ते पर निकलते हैं तो इस तरह की मुश्किल आती ही हैं।'

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