जोशी ने राजनाथ के खिलाफ तेवर दिखाए और गुस्से में बैठक छोड़ चल दिए
केंद्रीय चुनाव समिति बैठक शुरू हुई, तभी जोशी ने सवाल उठाया कि वो
वाराणसी से चुनाव लड़ते हैं, वहां को लेकर मीडिया में कई तरह की चर्चा हो
रही है। इससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंच रहा है।
बहस में जोशी ने राजनाथ सिंह से कहा कि पार्टी को वाराणसी सीट को लेकर
स्थिति साफ कर देनी चाहिए क्योंकि मीडिया और क्षेत्र में इसको लेकर काफी
बेवजह की चर्चा हो रही है। इस पर राजनाथ ने जवाब दिया कि आज तो यूपी को
लेकर कोई चर्चा नहीं होनी है। सो इस सवाल पर फिर बात करेंगे। राजनाथ ने
जोशी को कोई आश्वासन नहीं दिया। राजनाथ के इस व्यवहार से दुखी जोशी बैठक
बीच में छोड़कर गुस्से में बाहर निकल गए।सुषमा ने भी किया बैठक का बहिष्कार , मोदी लहर पर उठाया सवाल
बैठक में सुषमा स्वराज ने भी सीट बांटने को लेकर पार्टी के रूख की आलोचना करते हुए कहा कि अगर देश में मोदी लहर है तो सभी अपनी अपनी सीट से क्यों नहीं चुनाव लड़ते। पार्टी में इस पर इतना कन्फ्यूजन क्यों है। वह भी बैठक बीच में छोड़कर चली गईं।
तो रुख तो साफ करो राजनाथ
इस पर जोशी ने फिर से सवाल उठाया कि मीडिया में आ रही खबरों पर अपना रुख साफ कीजिए। लेकिन इस सवाल के जवाब में राजनाथ ने कुछ नहीं कहा और सीधे बैंगलोर चले गए। गौरतलब है कि यहां RSS की खास चिंतन बैठक हो रही है। वह इसमें हिस्सा लेने के लिए गए है। चिंतन बैठक में भी इस सवाल पर चर्चा हो सकती है।
कब तक के लिए टल गया जोशी का सवाल
अब 13 तारीख को चुनाव कमेटी की बैठक होगी, माना जा रहा है कि इसी दौरान वाराणसी की सीट को लेकर फैसला होगा वैसे पार्टी में आम राय बनती दिख रही है कि अगर वाराणसी की सीट से मोदी चुनाव लड़ेंगे तो बिहार और लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश में अच्छा संदेश जाएगा। लेकिन जोशी ने वाराणसी में चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है। और वो ये सीट छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं।
सवाल टालने के पीछे मकसद
जानकारों के अनुसार आरएसएस के दिशा-निर्देश पर आगे की कार्रवाई तय होगी। दरअसल संघ चाहता है कि बीजेपी के बुजुर्ग और पुराने नेता अब युवा नेताओं के जगह खाली करें। फिलहाल संघ अभी खास सीटों पर बदलाव लाने पर होने वाले नफे-नुकसान विश्लेषण कर रहा है। इस विश्लेषण के आधार पर ही बीजेपी तय करेगी कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा।
बीजेपी ने बताया इसे कांग्रेस की चाल
मीडिया में बैठक में हंगामे की खबर आने पर पार्टी नेताओं ने इसे कांग्रेस की चाल बताया है। इनका कहना है कि कांग्रेस जान बूझकर ऐसी खबरें फैला रही है।
लेकिन अंनत कुमार ने स्वीकारा कि नेता बीच बैठक में से उठकर चल गए थे
टिकट सूची को जारी करने के लिए आयोजित प्रेस वार्ता में बीजेपी के महासचिव ने बातों बातों में मान लिया कि जोशी और सुषमा बैठक में बीच में चले गए थे। केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक के बीच से ही सुषमा स्वराज और मुरली मनोहर जोशी के चले जाने के बारे में पूछे गए सवालों पर अनंत कुमार ने कहा कि लोकसभा में विपक्ष की नेता को भोपाल जाना था और जोशी को भी किसी पूर्व निर्धारित कार्य के लिए जाना पड़ा।
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