नई दिल्ली. समझौता ब्लास्ट केस के मुख्य आरोपी स्वामी
असीमानंद के एक इंटरव्यू से आरएसएस और इसके प्रमुख मोहन भागवत की मुश्किल
बढ़ सकती है। इस इंटरव्यू में असीमानंद ने साफ कहा है कि भागवत को
ब्लास्ट की जानकारी थी और मुस्लिम ठिकानों पर धमाकों की योजना को
उन्होंने ही मंजूरी दी थी। यह इंटरव्यू 'कारवां' पत्रिका में छपा है।
इंटरव्यू करने वाली लीना गीता रघुनाथ ने लिखा है- असीमानंद ने एक
मीटिंग के बारे में मुझे बताया, जो कथित तौर पर जुलाई 2005 में हुई थी।
सूरत में आरएसएस के सम्मेलन के बाद संघ के बड़े नेता भागवत (मोहन) और
इंद्रेश कुमार डैंग (गुजरात) के एक मंदिर में गए थे। असीमानंद वहीं रहा
करते थे। मंदिर से कई किलोमीटर दूर एक तंबू में भागवत और कुमार ने असीमानंद
और उनके सहयोगी सुनील जोशी से मुलाकात की। जोशी ने भागवत को देश भर में
मुस्लिम ठिकानों पर बम धमाके की योजना बताई। असीमानंद के मुताबिक आरएसएस के
दोनों नेताओं ने योजना पर सहमति जताई और भागवत ने उनसे कहा, 'आप सुनील के
साथ मिल कर इस पर काम कर सकते हैं। हम शामिल नहीं होंगे। लेकिन, आप इसे कर
रहे होगे तो यह समझना कि हम आपके साथ हैं।' असीमानंद ने बताया, 'उन्होंने
मुझसे कहा कि स्वामी अगर आप यह करते हो तो हम आपके साथ हैं। कुछ गलत नहीं
होगा। क्रिमिनलाइजेशन नहीं होगा। आप इसे करते हो तो लोग यह नहीं कहेंगे कि
हमने अपराध करने के मकसद से किया है। यह हमारे सिद्धांतों से जुड़ेगा। यह
हिंदुओं के लिए बेहद अहम है। कृपया इसे कर लें। हमारा आशीर्वाद आपके साथ
है।'
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