आपका-अख्तर खान

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06 दिसंबर 2013

हाँ मे ही गलत था हाँ में ही गलत हूँ

हाँ मे ही गलत था
हाँ में ही गलत हूँ
हाँ में ही गलत समझ बेठा था
तुम्हे पाकर
तुम्हारा साथ पाकर
तुम्हे मुझ से प्यार है
तुम्हे मुझ से प्यार है
हाँ में ही गलत था
हाँ में ही गलत हूँ
में समझ बेठा था
तुम मेरे जीवन साथी हो
तुम मेरे अपने हो
तुम मेरा दुःख जान सकोगे
तुम मेरा साथ दोगे
तुम मेरे साथ रहोगे
हां में ही गलत था
हाँ में ही गलत हु
तभी तो
आज तुमने
मुझे झटकार दिया
मुझे फटकार दिया
तुम्हारे साथ रहने का जो मेरा ख़्वाब था
उस ख्वाब को तुमने
यूँ ही पल भर में तोड़ दिया
हां में ही गलत था
हा में ही गलत हूँ
इसीलिए तो
में कल भी अकेला था
आज भी अकेला हूँ
शायद कल भी में अकेला ही रहूंगा
हां में ही गलत था
हां में ही गलत हूँ ....
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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