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14 नवंबर 2013

देश में और राजस्थान में खासकर हाडोती में सभी सियासी पार्टियों ने मुसलमानो को मतदाता ही समझ लिया है और मुसलमानो ने खुद को सिर्फ और सिर्फ एक पार्टी का गुलाम ज़र खरीद गुलाम मान लिया है

देश में और राजस्थान में खासकर हाडोती में सभी सियासी पार्टियों ने मुसलमानो को मतदाता ही समझ लिया है और मुसलमानो ने खुद को सिर्फ और सिर्फ एक पार्टी का गुलाम ज़र खरीद गुलाम मान लिया है ..मारो पीटो ...सियासी उपेक्षा करो ..झूंठे मुक़दमों में बंद करो ..तिरस्कार करो बहिष्कार कर लेकिन मुस्लिम वोट बिना किसी सियासी समझ के सिर्फ और सिर्फ कोंग्रेस को ही जाएगा यह बात आम मुसलमान ने अपने दिमाग में बिठा ली है और इसी गुलाम मानसिकता के चलते इसी सियासी ना समझी के चलते पूरी कॉम का विकास थम गया है ...मुसलमान लीडर नहीं सिर्फ और सिर्फ वोटर बनकर रह गया है ...वोट डालते वक़त सो मुसलमानों के वोट में नन्नियाँवे वोट कोंग्रेस के निकलते है और टिकिट देते वक़त कोंग्रेस के पास मुसलमानों के लिए ठेंगा निकलता है ..भाजपा ने भी मुसलमानो को तेज़ी से जोड़ा है लेकिन टिकिट में अंगूठा ही दिखाया है इधर हाल ही में तीसरी ताक़त के रूप में उभरी राजपा ने मुसलमानो के साथ पहले से ही खुला धोखा कर दिया है ........कोंग्रेस में से अगर मुसलमानो को निकाल दो तो कोंग्रेस ज़ीरो है और अगर कोंग्रेस में मुसलमानो को जोड़े तो कोंग्रेस हीरो है यह सब जानते है ....मगर मुस्लिम अपनी ताक़त को नहीं पहचानते है वोह सियासी ना समझी कि वजह से तबाह और बर्बाद हो रहे है और उनकि मानसिकता निरंतर गुलामी कि हो गयी है उनके आक़ा उनसे जूते चप्पल उठवाते है और सत्ता में आने के बाद कोंग्रेस अध्यक्ष ..न्यास अध्यक्ष ..दूसरे बोर्डों के चेयरमेन दूसरे और तीसरे लोगों को बनाते है यह वोटर सिर्फ वोटर ही बनकर स्टेशन लाने ले जाने और बैठकों में भीड़ बढ़ाने के कम के रह जाते है .............अभी राजस्थान में मुस्लिम संगठनों ने सियासी समझ पैदा करने और सियासी क्रान्ति के लिए मुस्लिमों के कायर्कर्म किये बैठकें कि सेमिनार कि लेकिन सब बेकार रहा ..जयपुर में मुस्लिम एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी द्वारा आयोजित सेमीनार में कॉग्रेस के दूत बनकर जयपुर के सांसद महेश जोशी खुद चलकर इंडियाना होटल में आये वहाँ मुसलमानो को बेवक़ूफ़ बनाया मुसलमानो को वायदा दिया के उन्हें राजस्थान में तीस कि मांग के बदले पच्चीस टिकिट तो इस बार मिलेंगे लेकिन ठेंगा दिया दो सो सीटों में से पैतालीस सीटों पर मुस्लिम बाहुल्य वोटर होने के बाद भी यहाँ केवल सोलाह टिकिट ....शर्मिंदगी होती है मुस्लिम सियासी समझ पर के मुसलमान कोंग्रेसियों ने इसे मुद्दा नही बनाया अपनी नाराज़गी नही दिखायी .........भाजपा कि वसुंधरा सिंधिया प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुस्लिम समाज जो राजस्थान में आठ सीटों पर टिकिट देने का वायदा करती है प्रेस कॉन्फ्रेंस में अख़बार वालों से कहती है और उन्हें केवल चार टिकिट वाह भाजपा वाह अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नामा पर सड़कों बैठके अजमेर से बैठक कर चुनावी श्रीगणेश करने का झांसा और खुद भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अमीन पठान का टिकिट हवा में उढ़ा दिया बाक़ी तो दूर कि बात है ......राजपा की सुनिये बेवफाओं कि पार्टी कोंग्रेस भाजपा को धोखा देकर आये लोगों कि पार्टी बेवफाओं कि पार्टी बन गयी यहाँ कोटा कि पीपल्दा विधानसभा सीट पर रफ़ीक़ पठान को टिकिट देने का झांसा दिया फिर डॉकटर इकराम को टिकिट देने का झांसा दिया लेकिन यह दोनों मुसलमान थे इसलिए रामगोपाल बेरवा के राजपा में जाते ही बेचारे इन दोनों के टिकिट काट दिए गए इनकी महनत बेकार ..तो जनाब कोंग्रेस हो भाजपा हो राजपा हो सभी ने मुसलमानो को केवल और केवल वोटर समझा है कभी सियासत में भागीदारी नहीं दी ...ऐसा मज़ाक़ आखिर मुसलमानो से करवाने वाले कोन है ..आप जानते है हमारे गुलाम मानसिकता के सियासी लोग जो पुरे पांच साल रोते है हमे कुछ नहीं मिला अ और फिर चुनाव आते ही गम्भीर उपेक्षा के बाद भी रस्सी से बंधे ............ खुद समझ लेना खाली स्थान पर क्या होना चाइये कि तरह नेता के पीछे घूमते नज़र आते है वोह नेता कहता है तो भोंकते है वोह नेता कहता है तो काटते है ......इसलिए कहते है मुसलमानो बहुत हो लिए वोटर उठो नेता बनो खुद सियासत करो ..अभी वक़त है सौदेबाज़ी करो कॉम को आगे बढ़ाओ  सियासत के महत्वपूर्ण पदों पर कॉम के लोगों को बिठाओ ...क्या कर सकोगे ऐसा क्या खुद को रोक सकोगे गुलामी से शायद हां शायद ना ......अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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