आपका-अख्तर खान

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15 सितंबर 2013

तू ही बता तेरे मेरे प्यार की कहानी इस बेचारे फूल सी क्यूँ है ..

ऐ मुझे भूल जाने वाले
ऐ मुझे बेकरार कर
खुद करार पाने वाले
ज़रा सुन ..
तेरा मेरा प्यार
क्यूँ इस खुबसूरत लेकिन बदकिस्मत
फूल की तरह से निकला
पहले खुशबु दी
फिर खिला
फिर  इसकी खूबसूरती को सभी ने निहारा
कुछ लम्हे कुछ खुशियों के बाद
मेरी किस्मत मेरे प्यार की तरह
यह फूल पहले मुरझाया
फिर इसकी पंखुडियां
मेरी जिंदगी की तरह
तार तार हुई
बस ख़ुशी है तो इसकी
यह फूल
कभी किसी की ख़ुशी का गवाह था
तो कभी किसी की अर्थी की सजावट
यह फूल बिखरने के बाद भी
देख लो
आज गुलकंद में शामिल होकर
मिठास सिर्फ मिठास बाँट रहा है
ऐ जानेमन
ऐ जाने जिगर
तू ही बता तेरे मेरे प्यार की कहानी
इस बेचारे फूल सी क्यूँ है ............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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