नई दिल्ली/रायपुर. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं पर हुए
नक्सली हमले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम का मानना
है कि हमले में कुछ भीतरी व्यक्तियों का हाथ है। यह व्यक्ति कांग्रेस के
काफिले में शामिल थे। नेताओं के मूवमेंट की पल-पल की जानकारी नक्सलियों तक
पहुंचा रहे थे।
एजेंसी के अधिकारियों के मुताबिक ये भेदिये हत्या के षड्यंत्र में
शामिल थे। उन्होंने न केवल रूट परिवर्तन की जानकारी समय-समय पर नक्सलियों
को दी, बल्कि उन्हें यह भी बताया कि किस गाड़ी में कौन बैठा है। ऐसे चार
लोगों की पहचान की गई है, जो हत्यारों से लगातार संपर्क में थे। इनमें से
दो काफिले में शामिल थे और दो इनसे फोन पर संपर्क रखे हुए थे।
नेताओं का रुकना, सड़क पर मुड़ना, गाड़ी की गति तक की जानकारी रनिंग
कमेंटरी की तरह नक्सलियों को दी गई। जांच एजेंसी ने जगदलपुर के सेलफोन
टॉवर्स से उस दिन के रूट की सारी कॉल डिटेल्स निकाल ली है। चार नेताओं के
कॉल की भी जांच-पड़ताल हुई है।
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