नीमच। देह व्यापार के धंधे में अपनी पहचान बना चुकी बाछड़ा
जाति की एक ऐसी सच्चाई भी है जिसे सुनकर लोग अपनी दांतों तले उंगलियां दबा
लेंगे। छोटी उम्र में लड़कियों को सेक्स के लिए तैयार करना इस जाति के लिए
आम बात है। यही नहीं बल्कि जाति के लोग लड़कियों को बेचने का भी धंधा
खुलेआम करते हैं। सबसे खतरनाक और दिल को दहलाने वाला सच है कि यहां कम उम्र
में ही लड़कियों को जवान बनाया जाता है और बच्चे पैदा कर चुकी वेश्याओं की
जगह इन्हें धंधे में उतार दिया जाता है।
पहले खुद ही बाछड़ा जाति की औरतें अपने ग्राहकों से पैदा हुई लडकियों
को पाला पोसा करती थी। उनसे धंधा कराती थी, लेकिन ऐसे हालत में बच्चे पैदा
होने के बाद जिस्मफरोशी के बाजार में उनकी कीमत कम हो जाती थी। अपनी कीमत
को घटता देख, पिछले 10 वर्षों में लड़कियों की तस्करी ने तेजी पकड़ी है।
बच्चियो को खरीदने का गौरखधंधा काफी लंबे समय से चलता आ रहा है।
जवानी का इंजेक्शन
आठ साल की उम्र की लडकियों को जल्द जवान बनाने के लिए मोर का मांस और
स्टेरोयड्स दिया जाता था..! जिससे लड़कियां जल्द जवान होकर जिस्मफरोशी के
बाजार में ढकेला जा सके..! इनके सेवन से कम उम्र की लडकियों का शरीर बड़ा
दिखने लगता हे, पुलिस जांच में सामने आया की जिस्मफरोशी करने वाली ज्यादातर
महिलाओ के बच्चे है ही नहीं....! पुलिसे के गिनती करने पर इन डेरो में 482
लड़कियां पाई गयी....!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)