गुडग़ांव। त्रिपुरा के जिरानिया गांव की रहने वाली रूना की उम्र
महज 16 माह है। जन्म के बाद से ही उसका सिर बड़ा होता जा रहा था। पिछले
महीने उसकी फोटो और खबर मीडिया में आई। इसके बाद गुडग़ांव का एक हॉस्पिटल
मदद को सामने आया। रूना के पिता अब्दुल रहमान और मां फातिमा खातून दिहाड़ी
मजदूर हैं।
हाइड्रोसिफलस से जूझ रही 19 महीने की मासूम रूना के सिर में ड्रेनेज
पाइप डाल कर फ्लूड बाहर निकाला गया था। फोर्टिस अस्पताल के चिकित्सकों ने
बताया कि सिर में फ्लूड की मात्रा अधिक होने के कारण इसे पेट से बाहर नहीं
निकाला जा सकता था। बच्ची की स्थिति में सुधार को देखकर डॉक्टर भी उत्साहित
हैं। रूना का सभी टेस्ट पहले ही हो चुका था। चेस्ट का इंफेक्शन भी कम हो
गया। रूना के सिर के ऑपरेशन में लगभग एक घंटे का समय लगा। ऑपरेशन के बाद भी
रूना को दो से तीन सप्ताह डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाएगा।
रूना सामान्य बच्चों की तरह ही हाथ-पैर मारती है। सिर का आकार बड़ा
होने के बाद भी आंखें खोल ले रही है। रूना के सिर का आकार 37 इंच था, जो
पेट के आकार से बड़ा है। सिर में कम से कम 8 से 9 लीटर पानी जमा था।
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