सुरों में ढालने की कोशिश ........
तेरी मलमल कुर्ती , कमाल कर गई |
मेरे दिल पे ये फिर से , धमाल कर गई |
ओ सुन हमजोली , न कर तू ठिठोली |
की तेरे मेरे रिश्तों की , बोली लग गई |
चली जो पिचकारी , तो भीगी तोरी सारी |
जमाने की नज़र में , तमाशा बन गई |
अब न कर सीनाजोरी , सुन गन्ने दी ये बोरी |
हाँ होले - होले हर अदा , तेरी कमाल कर गई |
सुरों में ढालने की कोशिश ........
तेरी मलमल कुर्ती , कमाल कर गई |
मेरे दिल पे ये फिर से , धमाल कर गई |
ओ सुन हमजोली , न कर तू ठिठोली |
की तेरे मेरे रिश्तों की , बोली लग गई |
चली जो पिचकारी , तो भीगी तोरी सारी |
जमाने की नज़र में , तमाशा बन गई |
अब न कर सीनाजोरी , सुन गन्ने दी ये बोरी |
हाँ होले - होले हर अदा , तेरी कमाल कर गई |
तेरी मलमल कुर्ती , कमाल कर गई |
मेरे दिल पे ये फिर से , धमाल कर गई |
ओ सुन हमजोली , न कर तू ठिठोली |
की तेरे मेरे रिश्तों की , बोली लग गई |
चली जो पिचकारी , तो भीगी तोरी सारी |
जमाने की नज़र में , तमाशा बन गई |
अब न कर सीनाजोरी , सुन गन्ने दी ये बोरी |
हाँ होले - होले हर अदा , तेरी कमाल कर गई |
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