जड़ तलाश कर उसे काटने का अधिकार तो कानून के हाथ में है , नहीं तो जड़ भी
तलाश लेंगे उसको समूल नष्ट करने की ताकत भी रखता है ये समाज ? क्यों
दुष्कर्मियों को चेहरा छिपा कर अदालत ले जाया जाता है ?. उनको तो(जड़ से)
जेल में ही बंद कैदी ख़त्म कर दें,
अगर संरक्षण पुलिस का न हो ? भारत की
पुलिस और कानून हमेशा अपराधी के साथ होते हें, अपराधी का मानवाधिकार भी
जरुरी होता हें ? पीड़ित की धज्जिया उड़ाई जाती हें ,अपराधी के षडयंत्रो का
लाभ अपराधी को मिलता हें, संदेह के लाभ में बरी,
40 साल तक (क्रप्या
शांत रहें न्यायालय वयस्त हें ) देखते हुए न्याय की आशा बांधे पीड़ित,
न्यायालय के आदेश से लुटा-पिटा महंगी न्याय प्रडाली को कोसता अन्याय सहन
करने को मजबूर होता हें ,? क्या ये न्याय हें ? न्याय किसे दिया जाता हें ?
पीड़ित को या अपराधी को ?
एडवोकेट,झाँसी, मोबा.09415509233
जड़ तलाश कर उसे काटने का अधिकार तो कानून के हाथ में है , नहीं तो जड़ भी तलाश लेंगे उसको समूल नष्ट करने की ताकत भी रखता है ये समाज ? क्यों दुष्कर्मियों को चेहरा छिपा कर अदालत ले जाया जाता है ?. उनको तो(जड़ से) जेल में ही बंद कैदी ख़त्म कर दें,
अगर संरक्षण पुलिस का न हो ? भारत की पुलिस और कानून हमेशा अपराधी के साथ होते हें, अपराधी का मानवाधिकार भी जरुरी होता हें ? पीड़ित की धज्जिया उड़ाई जाती हें ,अपराधी के षडयंत्रो का लाभ अपराधी को मिलता हें, संदेह के लाभ में बरी,
40 साल तक (क्रप्या शांत रहें न्यायालय वयस्त हें ) देखते हुए न्याय की आशा बांधे पीड़ित, न्यायालय के आदेश से लुटा-पिटा महंगी न्याय प्रडाली को कोसता अन्याय सहन करने को मजबूर होता हें ,? क्या ये न्याय हें ? न्याय किसे दिया जाता हें ? पीड़ित को या अपराधी को ?
एडवोकेट,झाँसी, मोबा.09415509233
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