आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

19 मई 2013

रह-रह कर आवाज देती थी आत्मा, नकली लाश बना करना पड़ा अंतिम संस्कार



रांची/बुढ़मू।  वह तीन महीने से लापता है। पर, मां को बार-बार अहसास होता कि वह घर आया है। कभी आवाजें सुनाई देतीं, कभी लगता पास से गुजरा है। मां को लगा कि उसकी हत्या हो गई है और बेटे की आत्मा भटक रही है।
 
समाज और परिवार से बात की और तय हुआ कि उसका अंतिम संस्कार कर दिया जाए, तो भटकती आत्मा को शांति मिल जाएगी। तीन दिनों का अंतिम संस्कार आयोजन किया गया। पुआल से उसका शव बनाया, अंतिम यात्रा निकाली गई और शनिवार को बाकायदा बेटे से मुखाग्नि दिलाकर दाह संस्कार कर दिया गया।
 
घटना रांची से 30 किलोमीटर दूर स्थित बुढ़मू थाना क्षेत्र के हुटपई गांव की है। यहां का 36 वर्षीय कोले उरांव नामक व्यक्ति तीन माह से लापता है। पुलिस में उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज है, लेकिन परिवार और पुलिस दोनों ही उसे ढूंढ़ने में नाकाम रहे।
 
इसी के चलते उसकी मां ने अंतिम संस्कार का निर्णय लिया। कोले की पत्नी सुनीता देवी, बच्चों के साथ समाज के लोगों को भी यही सही लगा। उसके 12 वर्षीय बेटे ने मुखाग्नि देकर शनिवार को उसका बाकायदा अंतिम संस्कार कर दिया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...