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सरकार के लिए जन सुरक्षा पहली प्राथमिकता है, भले ही मेट्रो कुछ समय लेट हो जाए। उन्होंने बताया कि हमारी मेट्रो के लिए बेंगलूर से कोच रवाना हो चुके हैं। इस बीच दिल्ली मेट्रो से भी कुछ कोच मंगवाए गए हैं। इनके कोच 20 मई तक जयपुर पहुंचने की संभावना है।इधर, हमारी मेट्रो का काम कर रही कंपनियों को अब टाइम बाउंड प्रोग्राम दिया गया है। बैठक में नगरीय विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव जी.एस. संधू और जयपुर मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के सीएमडी एन.सी. गोयल समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
प्रयास चांदपोल तक के लिए ही :धारीवाल ने बताया कि पहले चरण में जयपुर मेट्रो को मानसरोवर से चांदपोल तक ही चलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। फिर भी अगर कोई तकनीकी समस्या आई तो मेट्रो को रेलवे स्टेशन तक तो चलाया ही जाएगा।
चांदपोल से बड़ी चौपड़ का शिलान्यास जुलाई में: जयपुर मेट्रो के चांदपोल स्टेशन से आगे बड़ी चौपड़ तक ले जाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है। मानसरोवर से चांदपोल रूट तक मेट्रो शुरू होने के साथ ही जुलाई में चांदपोल से बड़ी चौपड़ तक के लिए भी शिलान्यास कर दिया जाएगा।
हां, कंपनी की लेटलतीफी: नगरीय विकास मंत्री ने माना कि मेट्रो का प्रोजेक्ट डीएससी कंपनी की वजह से ही लेट हो रहा है। कंपनी की ओर से श्रमिकों और वेंडर्स को समय पर भुगतान नहीं करने, प्रशिक्षित कर्मचारी नहीं होने और एमओयू की शर्तों का उल्लंघन होने के बावजूद इसी कंपनी से काम करवाने की मजबूरी को लेकर धारीवाल ने कहा कि कंपनी से इस स्टेज पर काम वापस नहीं लिया जा सकता।ऐसा करेंगे तो काम वापस लेकर नई कंपनी को देने में काफी समय लगेगा और कानूनी अड़चनें भी पैदा हो सकती हैं।इसलिए काम तो इसी कंपनी से करवाना पड़ेगा।
रविवार 5 मई को फिर समीक्षा बैठक: धारीवाल ने बताया कि जयपुर मेट्रो के काम को अब तेज किया गया है। मेट्रो रूट पर 24 घंटे काम चल रहा है। सिविल वर्क समय पर पूरा हो, इसके लिए रविवार 5 मई को दोपहर 12.30 बजे फिर मेट्रो की समीक्षा बैठक रखी गई है।
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