जयपुर.रेल यात्रा में आरक्षित श्रेणी का किराया न्यूनतम दूरी
के हिसाब से तय करने के बाद बच्चों को किराए में मिलने वाली रियायत खत्म
हो गई है। अब बच्चों का भी निश्चित दूरी तक बड़ों की तरह पूरा किराया
लगेगा। न्यूनतम 100 किमी और अधिकतम 300 किमी की यात्रा करने के बाद ही
बच्चों को किराए में छूट मिलेगी।
उदाहरण के तौर पर जयपुर से अलवर (151 किमी.) स्लीपर का किराया 135 रु.
है। इसमें 112 रु. मूल किराया व 20 रु. आरक्षण शुल्क है। पहले बच्चों का
इस दूरी के लिए 80 रु. किराया लगता था, जो अब 135 रु. ही लगेगा। पहले यह
छूट 5 से 12 साल से कम उम्र के बच्चों को 1 किलोमीटर से ही मिल रही थी।
रेल बजट में रेल मंत्री ने नए स्लैब की घोषणा की थी। इसमें यात्री को
स्लीपर में 200 किमी., द्वितीय व तृतीय श्रेणी में 300 किमी., प्रथम
श्रेणी में 100 और एसी चेयर कार में 150 किमी का किराया जरूरी किया है।
यात्री यह दूरी तय करे या न करे, उसे इस दूरी का किराया देना ही होगा।इससे
ज्यादा दूरी की यात्रा करने पर बच्चों को टिकट पर रियायत जारी रहेगी।
इनका कहना है
'रेल किराए का नया स्लैब लागू होने से कम दूरी की यात्रा पर बच्चों को
किराए में कोई छूट नहीं मिलेगी। यह स्लैब 1 अप्रैल से लागू कर दिया गया
है।'
तरुण जैन, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, उत्तर पश्चिम रेलवे
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