इतना ही नहीं इस शाही खानदान की ट्रेन में उनके चलने का कोच जोड़ा गया तो वह सोने से मढ़ा था और हाथीदांत से सजाया गया था। हैदाराबाद राज्य का भारत में विलय हुआ तब तक इस शाही घराने का रेल नेटवर्क काफी बड़ा हो चुका था। भारत में अपनी खुद की रेल के मालिक हैदाराबाद के नवाब मीर उस्मान की पास उस समय जो संपत्ति थी, आज उसकी कीमत 230 बिलियन डॉलर है।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
12 अप्रैल 2013
सोने से बनी थी भारत के नवाब की शाही 'ट्रेन', करोड़ों के हाथीदांत से सजवाया था कोच
इतना ही नहीं इस शाही खानदान की ट्रेन में उनके चलने का कोच जोड़ा गया तो वह सोने से मढ़ा था और हाथीदांत से सजाया गया था। हैदाराबाद राज्य का भारत में विलय हुआ तब तक इस शाही घराने का रेल नेटवर्क काफी बड़ा हो चुका था। भारत में अपनी खुद की रेल के मालिक हैदाराबाद के नवाब मीर उस्मान की पास उस समय जो संपत्ति थी, आज उसकी कीमत 230 बिलियन डॉलर है।
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