भारत में अंग्रेजों ने
मुंबई से ठाणे की बीच पहली ट्रेन आज से160 साल पहले चलवाई थी। अंग्रेजों की
यह ट्रेन भारत के कई राजा-महाराजाओं ने इतनी भा गई की कई ने अपनी खुद की
ट्रेनें भी चलावाई। बड़ोदा राजघराने ने देश की पहली नैरोगेज लाइन बनवाकर
खुद की ट्रेन शुरू की थी। इसके बाद देश के बेहद धनी हैदराबाद के नवाब
खानदान ने भी अपनी खुद की रेल कंपनी बनाई और सैकड़ों कि.मी. लंबी रेल लाइन
डाली।
इतना ही नहीं इस शाही खानदान की ट्रेन में उनके चलने का कोच जोड़ा गया
तो वह सोने से मढ़ा था और हाथीदांत से सजाया गया था। हैदाराबाद राज्य का
भारत में विलय हुआ तब तक इस शाही घराने का रेल नेटवर्क काफी बड़ा हो चुका
था। भारत में अपनी खुद की रेल के मालिक हैदाराबाद के नवाब मीर उस्मान की
पास उस समय जो संपत्ति थी, आज उसकी कीमत 230 बिलियन डॉलर है।
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