आपका-अख्तर खान

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05 अप्रैल 2013

एक तरफ हमारे निठल्ले अधिकारी निठल्ला सिस्टम है और दूसरी तरफ देश के भविष्य को संवारने के लियें इंग्लेंड कानून की सख्ती है

दोस्तों इंग्लेंड के एक स्कूल में एक मासूम बच्चे ने जब अपने पिता से डरती यानि गंदा कहा तो स्कूल की टीचर समझ गई के यह बच्चा माता पिता के कहने में नहीं है क्योंकि माता पिता बच्चे को सही संस्कार नहीं दे रहे है और बस इस बच्चे को इंग्लेंड सरकार ने अपने संरक्षण में ले लिया अब यह भारतीय माता पिता अपने बच्चे को संस्कार नहीं देने के मामले में सजा भुगत रहे है और अपने बच्चे को लेने के लियें कानूनी लड़ाई लड़ रहे है ...दोस्तों हमारे इस्लाम में भी नियम है के सात साल के बाद अगर कोई बच्चा तरबियती शिक्षा की तरफ नहीं जाता है तो उससे सख्ती करो उसे संस्कार सिखाओ नमाज़ सिखाओ ...सनातन धर्म में भी बच्चों को संस्कारिक शिक्षा देने और इससे वितर रहने अपर दंड का प्रावधान है ...हमारे देश में भी इन्डियन चिल्ड्रन एक्ट बना है जिसमे सभी अट्ठारह साल से कम के बच्चों के संरक्षक जिला जज होते है और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट इनके सचिव होते है ..इस कानून के तहत तो बच्चे माता पिता को पालने के लियें दिए जाते है और नियम के तहत अगर बच्चे संस्कार तोड़ते है नियम कानून तोड़ते है तो जनाब इन बच्चों सरकार अपने संरक्षण में रख कर पालन पोषण करती है ..कानून तो हमारे देश में भी इंग्लेंड की तरह ही है क्योंकि यही बच्चे हमारे देश का भविष्य है अगर इनकी तरबियत सही नहीं होगी तो फिर देश का भविष्य तो लुटेरे ..डाकुओ और बलात्कारियों का ही होगा ..तो दोस्तों एक तरफ तो इंग्लेंड है जहाँ पिता को डरती यानि गंदा कहने पर बच्चे को पिता के साथ रहने लायक नहीं माना है और दूसरी तरफ हमारे देश में बच्चे क्या कर रहे है सब जानते है बच्चों को पढ़ने की जगह लोग उनसे भीख मंगवा रहे है ..मजदूरी करवा रहे है ..अपराध करवा रहे है ..जर्दा ..पान ..बीडी ..सिगरेट बिकवा रहे है ऐसे कई अपराध है जो बच्चों के साथ और बच्चों के द्वारा हो रहा है सरकार जानती है इस मामले में कानून है पुलिस है समाज सेवी समितियां है बाल आयोग है अरबों रूपये इन खर्च हो रहे है लेकिन कोई कार्यवाही बच्चों के भविष्य को सुधरने उन्हें बहतर संस्कार देने के लियें कोई कार्यवाही नहीं है नतीजा तीस फीसदी बच्चे तो सड़कों पर सकरार की महरबानी से भीख मांगते  है और इतने ही प्रतिशत बच्चे अपराध में लिप्त है जबकि इतने ही बच्चे बल मजदूरी कर रहे है अब बताओ के एक तरफ हमारे निठल्ले अधिकारी निठल्ला सिस्टम है और दूसरी तरफ देश के भविष्य को संवारने के लियें इंग्लेंड कानून की सख्ती है ..........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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