तब बदनामी को देखते हुए परिजनों ने इंसाफ के लिए इस मामले की अधिक पैरवी नहीं की थी। लेकिन मनोज के कारनामे उजागर होने के बाद पंचायत ने इस मामले की जांच कराने का निर्णय लिया है। पीडि़त परिवार एवं पंचायत मामले की जांच के लिए कर्जा पुलिस को शिकायत देगी।
मुखिया ने बताया कि इस बारे में गुरुवार को चिकनौटा गांव में एक पंचायत का आयोजन किया गया है। इसमें मनोज के ससुर महेंद्र, उसके चचेरे भाई से लेकर परिवार के सभी सदस्य मौजूद रहेंगे। इस बारे में कर्जा पुलिस के एसएचओ आरके शर्मा ने कहा है कि यह मामला बंद हो चुका है, लेकिन इस मामले में अगर कोई शिकायत उनके पास फिर से आती है तो वह इस मामले में मनोज से पूछताछ करेंगे।
इस बीच, बुधवार को महावीर जयंती के उपलक्ष्य में अवकाश होने के कारण तिहाड़ जेल प्रशासन कड़कडड़ूमा में एएसजे संजय गर्ग की अदालत में पेश नहीं कर सका। अब गुरुवार को उसे पेश किया जाएगा।
गुडिय़ा के पिता ने घूस देने वाले पुलिसकर्मी को पहचाना
गुडिय़ा के पिता ने फोटो देखकर मामला दबाने के लिए २००० रुपए रिश्वत देने वाले पुलिसकर्मी की पहचान कर ली है। रिश्वत देने वाले पुलिसकर्मी का नाम धरमपाल है। धरमपाल ने मामले की जांच कर रहे सतर्कता विभाग के अधिकारियों को कथित तौर पर बताया कि सीनियर इंस्पेक्टर के कहने पर मामला दबाने के लिए दो हजार रुपए दिए थे।
मामले में एक और पुलिसकर्मी की पहचान बाकी है। सतर्कता विभाग के अधिकारी पहचान कराने के लिए एम्स में गांधी नगर थाने के सभी पुलिसकर्मियों की फोटो लेकर गए। इसमें से एक के फोटो की पहचान हो गई। इस बारे में सतर्कता शाखा के अधिकारियों ने जांच प्रक्रिया प्रभावित होने की बात कहकर बोलने से इंकार किया हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)