बुलंदशहर. रेप की शिकार दस साल की एक मासूम और उसकी मां को
महिला थाने की पुलिस ने घंटों हवालात में रखा। मासूम और उसकी मां महिला
थाना में गांव के एक व्यक्ति के खिलाफ रेप की शिकायत दर्ज कराने गई थीं। जब
स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध किया तो उन्हें छोड़ा
गया। पुलिस प्रशासन ने इस मामले में दो महिला सिपाहियों को निलंबित कर दिया
है। जबकि थाना प्रभारी समेत दो दारोगाओं को पुलिस लाइन भेज दिया गया है।
मीरपुर गांव निवासी दस साल की मासूम को परिजनों ने रविवार की रात एक
खेत में अचेतावस्था में पाया था। परिजनों का आरोप है कि गांव के ही एक
व्यक्ति ने उसका रेप किया था और उसके बाद उसे खेत में फेंक दिया था।
हालांकि आरोपी अभी फरार है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुलाब सिंह का कहना है कि
बच्ची नाबालिग है। उसे सलाखों के पीछे नहीं डाल सकते हैं और ना ही आप उसे
स्टेशन में पीड़िता के रूप में रख सकते हैं। ऐसा करना गलत है। अगर महिला
पुलिसकर्मियों ने ऐसा किया है तो हम उनके खिलाफ निश्चित ही कार्रवाई
करेंगे।
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