आपका-अख्तर खान

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22 अप्रैल 2013

दिल की बातें,बता देती है आखें,

दिल की बातें,बता देती है आखें,
धडकनों को जगा देती हैं ऑंखें !
दिल पर चलता नही जादू ,चेहरों का कभी,
दिल को तो,दीवाना बना देती हैं ऑंखें !
वो हम से बात नही करते, तो न करे,
हाल सारा उनके दिल का,सुना देती हैं ऑंखें !
ग़म सदा रहते नही,आदमी के साथ,
अश्क बना कर, छलका देती हैं ऑंखें !
आता है जब दौरे - ऐ- जवानी, तो ऐ दोस्तों,
सुंदर सपने जेहन में ,बसा देती हैं ऑंखें !
माना की नींद आती है, आँखों ही के रास्ते,
मगर कभी- कभी,नींद उडा देती हैं ऑंखें !
दर्द -ओ- गम,सारे दिल के ,छुपा देती हैं ऑंखें !!

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