जहाजपुर (भीलवाड़ा)। महावीर जयंती पर शीतला माताजी चौक में
अल्पसंख्यक समुदाय के एक व्यक्ति के मकान की नींव की खुदाई के दौरान 15
प्रतिमाएं निकली। पुरा महत्व की इन प्रतिमाओं की खुदाई पुलिस व प्रशासन के
अधिकारियों की देखरेख में की जा रही है।
मूर्तियों को सौंपे जाने को लेकर कई बार जैन समाज के लोगों व
अधिकारियों के बीच बहस हुई। रात में जैन समाज की महिलाएं प्रतिमाएं लेने के
लिए धरने पर बैठ गई। प्रशासन ने सभी 15 प्रतिमाओं को कब्जे ले लिया है।
पुलिस व प्रशानिक अधिकारियों की देखरेख में जेसीबी मशीन से खुदाई का काम
शुरू किया गया।
एक मूर्ति जैन समाज के लोग ले जा चुके थे। रात में अजमेर से पुरातत्व
विभाग की टीम व भीलवाड़ा से एडीएम टीसी बोहरा भी मौके पर पहुंचे।
शीतला माताजी मंदिर के सामने अब्दुल रसीद के मकान की नींव की खुदाई का
काम चल रहा था। मंगलवार दोपहर में नींव खुदाई में पहले भगवान महावीर की एक
प्रतिमा निकली। इसी बीच जैन समाज के सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरुष
एकत्र हो गए और इन प्रतिमाओं को अपनी बताते हुए मांगने लगे।
खुदाई का काम जारी रहने पर लगातार एक के बाद एक मूर्तियां निकलती रही।
इन मूर्तियों में तीन भगवान महावीर स्वामी की बताई जा रही हैं। गौरतलब है
कि कस्बे में कई स्थानों पर खुदाई के दौरान कई प्रतिमाएं निकल चुकी हैं।
संभावना जताई जा रही है कि कस्बा पुरातन काल में जैन समाज का कोई बड़ा
ऐतिहासिक तीर्थ स्थल रहा हो।
एक काले रंग की चौदह सफेद रंग की प्रतिमाएं
खुदाई में निकली एक काले रंग की बड़ी प्रतिमा भगवान महावीर की है,
जबकि अन्य प्रतिमाएं भगवान महावीर व पदमावती की बताई जा रही हैं, वह सफेद
रंग की है। महावीर जयंती पर जहाजपुर में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल भी
दिखाई दी। अल्पसंख्यक समुदाय के घर में निकली प्रतिमाओं की खुदाई के दौरान
दोनों समुदाय के लोगों ने एक दूसरे की मदद की।
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