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02 मार्च 2013

राहुल गांधी क्यूँ बेबस से लग रहे हैं कोटा के इस मुस्लिम कोंग्रेसी नेता पर हो रहे अत्याचार के मामले में


राहुल गांधी क्यूँ बेबस से लग रहे हैं कोटा के इस मुस्लिम कोंग्रेसी नेता पर हो रहे अत्याचार के मामले में

जी हाँ दोस्तों खुद को धर्मनिरपेक्ष साबित करने वाली कोंग्रेस सियासी पार्टी की कोटा में सोच उलट है यहाँ कोंग्रेस हाईकमान ने जमीन से जुड़े हर दिल अज़ीज़ रहे समर्पित कोंग्रेसी नईमुद्दीन गुड्डू को लाडपुरा विधानसभा से टिकिट तो दिया लेकिन इनकी पार्टी के लोगों ने ही षड्यंत्र कर भाजपा से हाथ मिलाया और इन्हें हर दिया ......नईमुद्दीन गुड्डू अपने बलबूते पर जिला परिषद का चुनाव लड़े और भारी मतों से जीते ..........नईमुद्दीन गुड्डू को जिला परिषद में कोंग्रेस का बहुमत होने के कारण कोंग्रेस ने जीतने के लियें टिकिट दिया लेकिन वाह कोंग्रेसियों नईमुद्दीन गुड्डू कोंग्रेसी तो थे लेकिन मुस्लिम थे और बस इसी कारण से उन्हें बहुमत होने पर भी कोंग्रेस के लोगों ने डंके की चोट पर चुनाव हरवा दिया ..ताज्जुब तो इस पर है के इस मामले में न जान्च हुई न दोषियों को सज़ा मिली हाँ पुरस्कार के रूप में क्रोस वोटिंग करने वालों को महत्वपूर्ण पद जरुर मिले है वोह कोंग्रसी है और जनता सब जानती है लेकिन कोंग्रेस हाईकमान बेबस है .................फिर क्रषि उपज मडी का चुनाव गुड्डू की ताकत होने पर भी उन्हें ठेंगा दिखाया ..कोई बात नहीं फिर आते है कोटा को ओपरेटिव के चुनाव नईमुद्दीन गुड्डू डाइरेक्टर का चुनाव जीतते है इनके समर्थकों के पास बहुमत है लेकिन नईमुद्दीन गुड्डू कोंग्रेसी मुसलमान है इसलियें चुनाव नहीं जीते इस रणनीति के तहत भाजपा से कोंग्रेस का हाथ मिलता है और फिर कोंग्रेस के लोग नईमुद्दीन गुड्डू को वोट देने की जगह भाजपा के व्यक्ति को अपने समर्थन से प्रत्याक्षी बनाते है और जिताते है फिर नईमुद्दीन गुड्डू को कोंग्रेस में मुसलमान नेता होने का दंड दिया जाता है ...कोटा का यह इतिहास पुराना है यहाँ इकरामुल्ला..सत्तार भाई ..अजिज़ुल्ला सभी को धूल चाटना पढ़ी है ..अब नईमुद्दीन गुड्डू के खिलाफ पुलिस मुकदमों का दोर शुरू हो गया है अभी हाल ही में कथुन थाने में एक बच्चे की हत्या करने के मामले में गुड्डू ने प्रदर्शन किया था बस फिर क्या था थानेदार जी ने एक व्यक्ति से जबरन हस्ताक्षर करा कर नईमुद्दीन गुड्डू और उनके निजी मित्र अनिल आनंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया फरियादी सीधे आई जी कोटा रेंज के पास जाता है जबरन झूठा मुकदमा दर्ज करवाने की शिकायत करता है थानेदार जी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होती केवल जांच होती है और वोह भी उस अधिकारी द्वारा जिसके खिलाफ नईमुद्दीन गुड्डू जनहित में आंदलन कर चुके है ..तो जनाब यह है एक मुस्लिम नेता की कोंग्रेस में बेबसी की कहानी लेकिन दोस्तों इस दास्ताँ को राजस्थान कोंग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जानते है ..दिग्गज मंत्री मुख्यमंत्री जानते है खुद राहुल गाँधी अपनी पेनी नज़र रखे हुए है लेकिन सच जाने के बाद भी अब तक राहुल गांधी मूकदर्शक और बेबस बने हुए है जब बहुमत होने पर भी मुस्लिम कोंग्रेसी अधिक्रत प्रत्याक्षी को मुस्लिम होने के नाते कोंग्रेसी वोट नहीं देकर भाजपा की गोद में बैठेंगे तो कोंग्रेस की धर्मनिरपेक्षता का मुखोटा क्या होगा ..राहुल गाँधी इस खबर से चिंतित तो है लेकिन बेबस और लाचार से दिखते है क्योंकि राजस्थान में तो गोपालगढ़ मामले में वोह पटखनी कहा चुके है पटखनी किया खुद कोंग्रेसियों ने भाजपा से मिलकर उनके खिलाफ अपराधी के साथ मोटर साइकल पर बैठकर जाने की खबर छपवा दी है ..राहुल जी शाहाबाद के सहरियों के लियें बोलते है कोटा सम्भाग में आते है लेकिन कोई खास उन लोगों के लियें नहीं हो पाटा है .............खेर इधर गुड्डू के मामले में मशहूर होने लगा है के कोंग्रेसी होने के नाते कोंग्रेस में मुस्लिम नेता होने का दंड उन्हें लगातार मिल रहा है जबकि जमीन की हकीक़त यह है के उनके इलाके के पीड़ित शोषित लोग आज भी उन पर विश्वास रखते है रोज़ मर्रा केसरबाग स्थित उनके निवास पर सेकड़ों पीड़ितों का तांता लगा रहता है और कई लोगों की समस्याओं का समाधान उनके जरिये हाथों हाथ बिना किसी चक्कर बाज़ी के होता है और सच तो यह है के कोंग्रेस में मुस्लिम होने की सजा उन्हें चाहे बार बार मिल रही हो उन्हें बहुमत के बाद भी चाहे बार बार हराकर नीचा दिखने की कोशिश की जा रही हो लेकिन वोह दते हुए है अड़े हुए है ना तो झूंठे मुकदमों की दमनकारी निति से उनके चेहरे पर शिकन है और निरंतर जनता के मिल रहे प्यार से उनके चेहरे पर जमीनी नेता की जीत की ख़ुशी है वोह हारते है लेकिन जनता की अदालत में विश्वास जीतते है इसलियें कोंग्रेस जिसे षड्यंत्र कर हराती है वोह बन्दा जनता की अदालत जनता की लोकप्रियता की कसोटी पर हार कर भी लगातार जीत रहा है इसे कहते है जिसे खुदा रखे उसे कोन चखे .........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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