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02 मार्च 2013

ये बूंदों से भरे बादल हमें अच्छे नहीं लगते

Satish Sharma
ये बूंदों से भरे बादल हमें अच्छे नहीं लगते
तुम्हारी आँख में आँसू हमें अच्छे नहीं लगते .
भरी पलकें उठाना सावधानी से जरा यारा
भरी बदली से मैखाने हमे अच्छे नहीं लगते .

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