Rajiv Chaturvedi
"हाथ में बन्दूक लिए वह सलामियाँ ही देता रहा ,
मैंने गुलेल से निशाना साधा और गुनहगार की आँख फूट गयी ." ----राजीव चतुर्वेदी
"हाथ में बन्दूक लिए वह सलामियाँ ही देता रहा ,
मैंने गुलेल से निशाना साधा और गुनहगार की आँख फूट गयी ." ----राजीव चतुर्वेदी
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