आपका-अख्तर खान

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04 मार्च 2013

अभी कल की ही तो बात है

अभी कल की ही तो बात है
उन्होंने नफरत है कहकर
मेरा हाथ झटक दिया था
मेने उनके इस रूप को देख कर भी
उनसे सिर्फ और सिर्फ प्यार ही किया था ..
इसीलियें तो कल जब वोह
किसी के साथ हंस हंस कर बात करते थे
तब मेरे सीने की जलन मुझे तड़पा रही थी ......
उन्हें मुझसे नफरत है यह उन्होंने ही
मेरा हाथ झटक कर मुझ से कहा था
लेकिन आज जब में किसी और से
मुस्कुरा कर बात कर रहा था
तो ,
न जाने क्यूँ वोह भी मुझे उनसे बात करता देख
अपनी जलन में तडपते रहे तड़पते रहे
क्या यह नफरत है
क्या यह प्यार है
यह केसा और कोनसा फलसफा है
मुझे समझ नहीं आ रहा है

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