Asha Pandey Ojha Asha
यूँ तो
चुप्पियाँ थीं
तेरे मेरे बीच
रिश्तों के नाम पर
पर जाने
कितने ही
संबोधनों से
पुकारती रही
प्रिय तुझको
मेरे प्रीत की
आवाज
यूँ तो
चुप्पियाँ थीं
तेरे मेरे बीच
रिश्तों के नाम पर
पर जाने
कितने ही
संबोधनों से
पुकारती रही
प्रिय तुझको
मेरे प्रीत की
आवाज
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