जयपुर.प्रदेश
में तीन वर्ष में 6,300 लोग लापता हुए हैं। इनके बारे में आज तक कोई पता
नहीं चला। इनमें कई नाबालिग बच्चे भी शामिल हैं, जिनका पता लगाने के लिए
लोग सीआई से लेकर मुख्यमंत्री तक पहुंचे, लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की।
विधायक ओम बिरला की ओर से विधानसभा में शून्यकाल के दौरान उठाए इस सवाल पर
बार-बार जवाब मांगने पर भी सरकार की ओर से जवाब नहीं दिया गया।
शून्यकाल में बिरला ने कहा कि राजस्थान में मानव तस्करी हो रही है।
वर्ष-2009 से 2012 तक 6300 लोग लापता हो गए, जिनमें से 2600 महिलाएं व 1067
नाबालिग लड़कियां हैं। इससे साबित हो रहा है कि यहां पर कोई बड़ा मानव
तस्करी का गिरोह काम कर रहा है। उन्होंने विधानसभा की कार्रवाई रोककर इस
मसले पर चर्चा कराने की भी मांग की।
1 फरवरी तक 18 साल के 38 हजार 43 लोगों के लापता होने की रिपोर्ट
सरकार में दर्ज है। इनमें 6749 बालिकाएं 18 व इससे कम उम्र की है। सुप्रीम
कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट तक इस पर गंभीर टिप्पणी कर चुका है। हाईकोर्ट की
डबल बैंच ने सरकार को अक्षम व लाचार बताया है। उनके मामले पर सामाजिक न्याय
एवं अधिकारिता मंत्री ने तो जवाब दिया लेकिन, गृह राज्यमंत्री जवाब नहीं
दे पाए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)