जयपुर.सुप्रीम
कोर्ट के आदेश के बावजूद कई बड़े पुलिस अधिकारियों ने अभी तक अपने सरकारी
वाहनों के शीशों से काली फिल्म नहीं उतरवाई है। दूसरी ओर पुलिस आम लोगों के
वाहनों से फिल्म उतारकर जुर्माना कर रही है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने आपराधिक गतिविधियों की आशंका जताते हुए
पिछले साल गाड़ियों से काली फिल्म हटाने और ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ
आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए थे। सोमवार को पुलिस
मुख्यालय में मौजूद सरकारी वाहनों की पड़ताल की तो सामने आया कि अधिकतर
वाहनों के साइड वाले शीशों पर गहरे काले से लेकर हल्के काले रंग व नीले रंग
की फिल्म चढ़ी हुई थी।
पता कराकर आगे की कार्रवाई की जाएगी
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अभियान चलाकर व रूटीन में कार्रवाई की
जा रही है। इसके लिए पुलिस कमिश्नर को निर्देश दिए थे। यदि सरकारी वाहनों
पर काले रंग की फिल्म लगी हुई है, तो सभी विभागाध्यक्षों को आवश्यक
कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे। अगर पुलिस अधिकारियों के वाहनों में ऐसा
है, तो फिल्म जल्द हटाने के निर्देश दिए जाएंगे।
-मनोज भट्ट, एडीजी यातायात, पुलिस मुख्यालय जयपुर
कार्रवाई नहीं की तो अवमानना मानी जाएगी : सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने अक्टूबर में काली फिल्म लगे शीशों वाले वाहनों पर
कार्रवाई न करने पर नाराजगी जताई थी। कोर्ट ने तल्ख शब्दों में सभी राज्यों
व केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशकों व शहरों के पुलिस कमिश्नरों
को चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि यदि काले शीशों वाले वाहनों पर
कार्रवाई नहीं की गई तो यह कोर्ट की अवमानना मानी जाएगी।
जस्टिस बी एस चौहान व स्वतंत्र कुमार की बैंच ने देश की पुलिस मशीनरी
को निर्देश दिए थे कि ऐसे लोगों के न केवल चालान हों, बल्कि शीशों पर लगी
फिल्म को भी हटाया जाए। यह कानून की खुली अवमानना है। सेफ्टी ग्लास पर कोई
चीज नहीं चिपकाई जा सकती।
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