इस्लाम की तबलीग (प्रचार) के लिए
ये सब लोग इकट्ठा हुए हैं, जिनका मकसद इस्लाम के बताए हुए रास्तों पर चलना
है। ये लोग मुसलमानों को दावत देते हैं कि आओ पांचों वक्त की नमाज अदा
करें। सच, ईमानदारी और सही रास्ते पर अपनी जिंदगी बसर करें।
जयपुर.तबलीगी जमात की ओर से कर्बला में आयोजित तीन दिवसीय दीनी
तबलीगी इज्तिमा सोमवार को सामूहिक दुआ के साथ संपन्न हुआ। इस मौके पर
लाखों अकीदतमंदों ने दुआ की। मौलवी चिरागुद्दीन ने दुआ करवाई। उन्होंने
कहा कि देश और समाज में अधिक से अधिक शिक्षा मिले। निकाहों में दहेज का
लेनदेन बंद हो। हजरत मोहम्मद साहब ने दहेज को नाजायज बताया है। उन्होंने
निकाह को सादगीपूर्ण तरीके से करने की बात कही।
हदीस में वलीमा (शादी में दूल्हे की तरफ से दी जाने वाली दावत) को
जायज बताया है, वह भी बहुत छोटे पैमाने पर। मौलवी ने कहा कि बेटियों को
पैदा होने से पहले मार दिया जाता है। बेटियों को कोख में ना मारें, सभी
धर्मो और संस्कृति में इसे नाजायज बताया गया है। मौलवी महफूज ने वतन परस्ती
पर जोर डाला। मुफ्ती अमजद अली साहब के निर्देशन में सात जोड़ों का निकाह
हुआ।
मकसद :
हजरत मोहम्मद साहब ने जब मक्का से मदीना तक हिजरत की। इस बीच मोहम्मद
साहब ने शहरों में जाकर इस्लाम धर्म के साथ-साथ मानवता की अच्छाइयों का
प्रचार प्रसार किया। इसके बाद उनके अनुयायियों ने इसे आगे बढ़ाया, ये बढ़ता
हुआ दीनी तबलीगी इज्तिमा में तब्दील हो गया।
जलसा-ए-सीरतुनब्बी आज
सेंट्रल सीरत कमेटी मंगलवार को बड़ी चौपड़ पर जलसा-ए-सीरतुनब्बी का
आयोजन करेगी। कमेटी अध्यक्ष कारी मुईनुद्दीन और जमाते इस्लामी हिंद के
राष्ट्रीय महासचिव सलीम इंजीनियर ने बताया- कार्यक्रम रात 9 बजे शुरू होगा।
इसमें लखनऊ के शिया विद्वान मौलाना सैयद कल्बे जव्वात, यूपी के मौलाना
ताहिर मदनी बिलेरियागंज, दिल्ली के मुफ्ती अब्दुल समी कासमी हजरत मोहम्मद
साहब के जीवन और शिक्षाओं पर प्रकाश डालेंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य आपसी
भाईचारा बढ़ाना है।
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