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17 फ़रवरी 2013

दोस्तों एक कहावत है ..गरीब की जोरू सबकी भाभी होती है .यही हाल अब मुसलमानों के कल्याण और विकास के लिए खुदा की राह में समर्पित वक्फ सम्पत्ति का होने लगा है

दोस्तों एक कहावत है ..गरीब की जोरू सबकी भाभी होती है .यही हाल अब मुसलमानों के कल्याण और विकास के लिए खुदा की राह में समर्पित वक्फ सम्पत्ति का होने लगा है .वेसे तो कोटा में अरबों रूपये के मुल्य की वक्फ सम्पत्तियों पर शहर के प्रभाव लोगों का कब्जा है लेकिन अब कोटा की प्राइम लोकेशन आकाशवाणी की बेशकीमती अनार्वाले बाबा की वक्फ सम्पत्ति पर भूमाफियाओं की नज़र पढ़ गयी है और यह भूमाफिया निर्भीक होकर इस सम्पत्ति को कब्जाने के सभी जतन कर रहे है जबकि कोटा जिला वक्फ कमिटी ..अनारवाले बाबा की उर्स कमिटी ..आकाशवाणी मस्जिद की कमिटी ..स्थानीय मुस्लिम कल्याण की बात करने वाले लोग ..जयपुर स्थित राजस्थान वक्फ बोर्ड के चेयरमेन और अधिकारी इन भूमाफियाओं के आगे भीगी बिल्ली बने है .दोस्तों आकाशवाणी कोलोनी में अस्सी बीघा क्रषि भूमि को लेकर सरस्वती देवी और कोटा के महाराव वृजराज सिंह जी के बीच न्यायालय में विवाद विचाराधीन है इसके पहले यह क्रषि भूमि सरकार ने राजसात कर ली थी और इस क्रषि भूमि को कोटा के क्षतिपूर्ति आयुक्त ने यह कहकर महाराव ब्रिजराजसिंह को देने के आदेश दिए के इस भूमि पर वोह गरीब लोगों को सस्ती दर पर प्लाट देकर बसायेंगे लेकिन इस मामले में कोटा कलेक्टर सरकार के प्रतिनिधि बन कर राजस्व माडल में गए और राजस्व मंडल अजमेर की डबल बेंच ने पुरे मामले पर स्थगन आदेश जारी कर पाबन्द किया के इस भूमि को खुर्द बुर्द नहीं किया जाए ...
दोस्तों इसी क्र्क्क्षि भूमि के बीचोबीच अनार वाले बाबा उर्फ़ सय्यद हुसेन बाबा की ऐतिहासिक दरगाह बनी हुई है जिस का अस्तित्व चार सो साल से भी अधिक पुराना है पहले यहाँ जंगल था इसलियें यहाँ कम लोग आते जाते थे लेकिन पचास वर्ष से भी अधिक समय से यहाँ हर साल सरकार की स्वीक्रति प्राप्त कर जोर शोर से उर्स भरे जाते है ..वर्ष 1992 में भेरोसिंह शेखावत के मुख्यमंत्री कार्यकाल में एक परिपत्र जरी किया गया था के जो सम्पत्ति वक्फ रिकोर्ड में दर्ज नहीं की जा सकी है उसे वक्फ रिकोर्ड में दर्ज की जाए इस सम्पत्ति पर राजस्व मंडल का स्थगन था इसलियें यह सम्पत्ति वक्फ के राजस्व रिकोर्ड में दर्ज नहीं हो सकी फिर भी राजस्थान सरकार द्वारा नियुक वक्फ सर्वे आयुक्त ने नगर निगम कोटा और पटवारी तहसीलदार की उपस्थिति में दिनक 10 जून 2002 को 54बाई 100 मीटर करीब साढ़े तीन बीघा जमीन वक्फ की स्वीकार की गयी यह एक सरकारी दस्तावेज है फिर इस जमीन के विवाद पर वर्ष 2005 में 28.1.2005 को तहसीलदार लाडपुरा कोटा ने रिपोर्ट तय्यार की ज्सिमे दरगाह चार सो वर्ष पुरानी स्वीकार की गयी ....फिर भी कोटा के कोंग्रेसी सांसद इजय्राज सिंह ने गलत तरीके से इस खसरे नम्बर लो भूमि को भूमाफियाओं को बेच दिया है और कुछ प्रभावशाली मुस्लिम इस मामले में पार्टनर होने से इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है अख़बारों का तो क्या इस खबर को भयंकर घोटाला होने पर भी कोई अख़बार खबर बनाना ही नहीं चाहता ..पेश है एक फेक्ट फ़ाइल .......
..आकाशवाणी कोटा स्थित क्रषि भूमि ग्राम रामपुरा तहसील लाडपुरा जिला कोटा में खसरा नम्बर 461 पर लगभग साढ़े तीन बीघा की जमीन पर यह दरगाह स्थित है जहाँ एक ऐतिहासिक कुआ भी है जिसमे वोह नहाया करते थे ..
..सय्यद हुसेन उर्फ़ अनार वाले बाबा के उर्स कई वर्षों से लगातार भरे जाते रहे है ..
..दिनाक 26.9.1997 को अस्सी बीघा क्रषि भूमि कोटा क्षतिपूर्ति आयुक्त ने गरीबों के लियें प्लाट काटने की इजाज़त दी ..
...इस आदेश के खिलाफ कोटा कलेक्टर ने सरकार का प्रतिनिधि बन कर राजस्व मंडल अजमेर में 5521/97 अपील पेश की जिसमे तुरंत सरकार के पक्ष में स्थगन आदेश देते हुए इस भूमि को खुर्द बुर्द नहीं करने के आदेश दिए ..
10.6.2002 को राजस्थान सरकार के वक्फ सर्वे आयुक्त ने सर्वे में 54 बाई 100 वर्ग मीटर यानी साढ़े तीन बीघा की जमीन और दरगाह अनार वाले बाबा की स्वीकारते हुए सरकारी रिपोर्ट तय्यार की ..
दिनाक 28.1.205 को तहसीलदार लाडपुरा कोटा ने भी इस दरगाह को चरसो साल पुरानी होने की रिपोर्ट तय्यार करते हुए इसे खसरा नम्बर 461 की भूमि में होना बताया ..
..राजस्व मंडल के स्थगन के बाद भी जिस अपील में कोटा कलेक्टर और तहसीलदार कोटा ने अपील पेश की थी उस भूमि को कोटा कलेक्टर और तहसीलदार ने कथित वसीयत और दुसरे के आधार पर स्थगन को नज़र अंदाज़ कर ब्रिजराज सिंह के नाम से कोंग्रेस के सांसद इजय्राज सिंह के नाम कर दी ..
इस मामले में गलत नामान्तरण करने को लेकर कोंग्रेस संसद इजय्राज सिंह की दो बुआओ और अन्य ने अख़बार में आपत्ति जताई मुकदमा पेश किया ..
दिनाक 2.1.2013 दिनांक 24..12..2012 को उक्त क्रषि भूमि राजस्व मंडल से स्थगन आदेश होने के बाद भी कोंग्रेस के सांसद इजय्राज सिंह ने 46 बीघा जमीन नीरज सुन्वाल्का को दसकरोड़रूपये में ...39 बीघा जमीन 8 करोड़ तीस लाख रूपये में बेचान बताई इसी बेचन नामे में मस्जिद और अनार्वाले बाबा की जमीन है ...
..उक्त क्रषि भूमि जो अट्ठारह करोड़ में बेचान बताई है वोह तीन अरब रूपये की होने पर भी सस्ते में बेचन बताकर स्टाम्प द्युति चोरी किये जाने की शिकायत हुई ..कलेक्टर को 4.2.13 को लिखित शिकायत की कोई कार्यवाही नहीं हुई ..
..कोटा के अख़बारों को सभी कागज़ और ज्ञापन दिया कोई खबर नहीं छपी गयी
..जन आभाव अभियोंग के राजस्थान सरकार के अध्यक्ष मुमताज़ मसीह को लिखित ज्ञापन दिया ..मुख्यमंत्री को पत्र लिखा कोई कार्यवाही नहीं हुई ..
..कोटा जिला वक्फ कमिटी को मुकदमा दर्ज करवाने के लियें कहा अब तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं ..
..जयपुर वक्फ बोर्ड के चेयरमेन लियाक़त अली और मुख्यकार्यकारी आधिकारी को कहा कोई कार्यवाही नहीं ..
मस्जिद कमेटी आकाशवाणी चुप ..आकाशवाणी के सभी लोग चुप ..कोटा के सभी मुसलमान चुप ..अख़बार चुप और भूमाफियाओं द्वारा निर्माण चल रहा है ..
...राजस्थान हाई कोर्ट ने सरस्वती देवी की एक अपील 72/13 पर दिनाक 11.2.2013 को फिर स्थगन दिया भूमि पर निर्माण पर रोक लगाई लेकिन अदालत के आदेशों की भूमाफियाओं को कोइ परवाह नहीं ..
..कोटा कलेक्टर ..कोटा नगर विकास न्यास जो भी भूमि पर निर्माण शुरू होते ही उसे तोड़ देते है इस मामले में बिना भूमि परिवर्तन किये ..खुद कोटा कलेक्टर .कोटा नगर विकास न्यास पक्षकार होने और स्थगन की जानकारी होने पर भी सभी अधिकारी चुप ..
...कोटा के जागरूक लोगों में अब्दुल रशीद कादरी नायब सदर जिला वक्फ कमिटी कोटा ....फरमान अली पठान ..सदर अनार वाले बाबा ....परवेज़ पठान ..सदस्य राजस्थान वक्फ तहफ्फुज़ एवं निगरा बोर्ड सदस्य ..कोमरेड गफ्फार ..आबिद हुसेन अब्बासी एडवोकेट में खुद एडवोकेट अख्तर खान अकेला ने इस मामले में मुख्य सचीव राजस्थान सरकार ..कोटा कलेक्टर ..सम्भागीय आयुक्त कोटा ..सचिव नगर विकास न्यास ..मुख्यकार्यकारी अधिकारी वक्फ बोर्ड जयपुर की इस चुप्पी पर 80 सी पी सी का कानूनी नोटिस देकर दो माह में इस की जांच कराकर दोषी लोगों के खिलाफ कार्यवाही के लियें कहा है वरना इस सरे मामले को हाईकोर्ट और जनता के न्यायालय के माध्यम से सी बी आई जांच करवाई जायेगी ज्सिमे राजस्थान के कई अधिकारी और भूमाफिया अरबो रूपये के जमीन घोटाले में बेनकाब भी होंगे और सही जांच हुई तो इंशा अल्लाह जेल भी जायेंगे।। के बाद भी अख़बार वाले खबर नहीं छापे तो क्या समझा जाए आप खुद ही समझ लीजिये दाल में कुछ काल जरूर है ..इसलियें प्लीज़ आप टी इसे जरूर ..अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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